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पंचकुला में एसीबी ने रिश्वतखोर को किया गिरफ्तार, आयुष्मान योजना में अस्पताल को जोड़ने के लिए मांगी 10 लाख की रकम, ना देने पर दी धमकी

हरियाणा के पंचकुला में आयुष्मान भारत योजना के डिप्टी सीईओ के पद पर कार्यरत डॉ. रवि विमल को रिश्वत के मामले में हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था।इसी सिलसिले में आरोपी डॉ. रवि विमल को फिर से पंचकुला की कोर्ट में पेश किया गया।

कोर्ट ने आरोपी डॉक्टर को 2 दिन के लिए और पुलिस रिमांड पर भेजा है। पुलिस डॉक्टर से उसके आईसीआईसीआई बैंक अकाउंट से संबंधित पूछताछ कर रही है। पुलिस टीम ने सेक्टर 11 स्थित डॉक्टर के आईसीआईसीआई बैंक लॉकर से 39 लाख 85000 रुपए बरामद किए है। इसके अलावा पुलिस टीम ने डॉक्टर के निवास्थान अमरावती स्थित फ्लैट पर से 1 करोड़ 2 लाख की नगदी भी बरामद की है। जिसे लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।

दरअसल डॉक्टर रवि विमल अस्पतालों के संचालकों को आयुष्मान भारत योजना में अस्पताल को पंजीयन करवाने के लिए रिश्वत लेते थे। जिसका खुलासा तब हुआ जब करनाल में किडनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर संदीप चौधरी अपने अस्पताल को योजना के तहत रजिस्टर्ड करवाने और सस्पेंशन को रद्द करवाने के लिए डॉ.रवि विमल से मिले। जिन्होंने काम करने के लिए डॉ. संदीप से 10 लाख की मांग रखी। रिश्वत राशि सामर्थ्य से बाहर होने के कारण दोनो के बीच समझौता 5 लाख पर आकर तय हो गया।

जिसके बाद डॉ. संदीप चौधरी ने एसीबी को डॉ. रवि विमल के खिलाफ रिश्वतखोरी की शिकायत दर्ज करवाई। जिसके आधार पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने मामले की पूरी जानकारी लेकर जाल बिछाया जिसमे डॉ. रवि विमल जा फसें।

डॉ. रवि ने डॉ. संदीप को सेक्टर 8–9 के रेड लाइट एरिया के पास पैसों के लेन–देन के लिए मिलने बुलाया था। जहां एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम भी मौजूद थी। टीम ने डॉक्टर रवि को रंगेहाथ रिश्वत के रुपए के साथ धर–दबोचा और गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद से टीम द्वारा आरोपी के साथ पूछताछ की जा रही है।

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