जिसके लिए 1 फरवरी से गिरदावरी शुरू होने की बात भी कही है। हालाकि अभी तक जितनी बार भी गिरदावरी हुई है वो पटवारियों ने की है और इन दिनो पटवारी हड़ताल पर है, जिसने किसानों की परेशानी को बढ़ा दिया है। किसानों का कहना है की मौसम में हुए बदलाव से फसलों को काफी नुकसान हुआ है,
जिसके मुआवजे के लिए “मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल” पर रजिस्टर करना है,लेकिन अब पटवारी की हड़ताल पर है ऐसे में उन्हें मुआवजा मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। इस बारे में बात करते हुए पटवारियों का कहना है, कि वे अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं वह लोग काम करना चाहते हैं।
लेकिन सरकार उनकी मांगे नहीं मान रही। पहले भी जब फसलों को नुकसान हुआ था तब उन्होंने गांव गांव जाकर गिरदावरी की थी आज भी गिरदावरी करने को तैयार है, लेकिन सरकार को उनकी मांगे माननी होगी।