पलवल: हरियाणा के पलवल में मंगलवार को पूर्व विधायक सुभाष चौधरी का निधन हो गया। उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था। उनका 4 दिन से फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस समय वे कांग्रेस पार्टी में थे। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस से पलवल सीट से टिकट की भी मांग की थी।
हालांकि, कांग्रेस ने करण दलाल को टिकट दे दिया। जिसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। सुभाष चौधरी की पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। उनके परिवार में एक बेटा और एक बेटी हैं। सुभाष चौधरी पलवल जिले की राजनीति में जाना-माना चेहरा थे। वे कई बार पार्षद रहने के साथ-साथ नगर परिषद के अध्यक्ष भी रहे।
1996 में उन्होंने पहली बार बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और वे दूसरे स्थान पर रहे। इसके बाद वे लगातार चुनाव लड़ते रहे। 2009 में उन्होंने इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को हराया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी रिश्तेदार करण दलाल को हराकर सुभाष चौधरी पूरे प्रदेश की सुर्खियों में रहे। उन्होंने 2014 का चुनाव फिर से इनेलो की टिकट पर लड़ा, लेकिन वे सफल नहीं हो सके।
2019 के चुनाव से पहले वे भाजपा में शामिल हो गए, लेकिन उन्हें भाजपा से टिकट नहीं मिला। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा छोड़ दी और कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप का समर्थन किया। लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने कांग्रेस से पलवल विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी ठोकी। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल पर भरोसा जताया। पिछले शुक्रवार को सुभाष चौधरी को अचानक ब्रेन हेमरेज हो गया था।