जहां उन्होंने उद्योगपति पर अनैतिक तौर पर प्रेशर बनाया। उन्होंने जीएसटी में गड़बड़ी का हवाला देते हुए। लगभग एक करोड रुपए जुर्माना लगाने की बात कही। उन्होंने बताया कि एक करोड़ का जुर्माना सुनकर उद्योगपति घबरा गया।
जिसके बाद सीए को बुलाया गया और पूरा मामला 12 लाख रुपए में सेटल हुआ। 3 लाख रुपए मौके पर ही ले लिए गए, इसके बाद 9 लाख और मांगे गए। जब उद्योगपति पर पैसों का प्रेशर बनाया गया तो उसने तंग आकर विजिलेंस को शिकायत की,उन्होंने बताया कि विजिलेंस की टीम ने सीए को 7 लाख रुपए के साथ रंगे हाथों की रफ्तार किया
वहीं जब जीएसटी अधिकारी को गिरफ्तार किया गया। तो उनके पास उद्योगपति से पहले लिए हुए 3 लाख रुपए बरामद किए गए। इसके अलावा उनके पास 50000 रु और मिले, इस पूरे प्रकरण में कौन-कौन लोग शामिल थे फिलहाल सारे मामले की जांच की जा रही है।