चंडीगढ़: हरियाणा में शिक्षा व्यवस्था को राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के विजन के अनुरूप बनाने तथा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को देश में सर्वश्रेष्ठ बनाने के उद्देश्य से राज्य बजट 2025-26 में स्कूल शिक्षा विभाग के लिए आवंटन 8.10 प्रतिशत से बढ़ाकर 17,848.70 करोड़ रुपये कर दिया गया है। जबकि, इस वित्त वर्ष के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग का बजट आवंटन 9.90 प्रतिशत से बढ़ाकर 3874.09 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
इस बीच, आईटीआई विभाग के बजटीय आवंटन को विभाग की सभी योजनाओं के प्रस्तावों के लिए वर्ष 2024-25 के संशोधित अनुमानों की तुलना में 16.68 प्रतिशत से बढ़ाकर 574.03 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज यहां विधानसभा के चल रहे सत्र के दौरान वित्त मंत्री के रूप में राज्य का बजट 2025-26 प्रस्तुत करते हुए बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए वर्तमान में राज्य में 197 सरकारी मॉडल संस्कृति स्कूल संचालित हैं।
इसलिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में प्रदेश में प्रत्येक 10 किलोमीटर के दायरे में एक नया मॉडल संस्कृति स्कूल स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इन मॉडल संस्कृति स्कूलों में डबवाली, नारनौल, नगंल चौधरी, सिवानी, हिसार, भट्टूकलां, गुहला और पेहोवा जैसे विभिन्न खंडों के विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
नायब सिंह सैनी ने आगे बताया कि प्रत्येक जिले में एक सरकारी मॉडल संस्कृति स्कूल को खेल उत्कृष्टता केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पुनर्गठन को हरियाणा खेल विश्वविद्यालय, राई, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी और शिक्षा विभाग के सामूहिक प्रयासों से अंजाम दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार, कौशल उत्कृष्टता केंद्र के रूप में प्रत्येक जिले में एक सरकारी मॉडल संस्कृति स्कूल भी स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पुनर्गठन को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, पलवल, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी और शिक्षा विभाग के सामूहिक प्रयासों से अंजाम दिया जाएगा।