पलवल: ब्रज क्षेत्र में पलवल का एक गांव मर्रोली में ब्रज की चौपाई और होली नृत्य कार्यक्रम लोगों को काफी पसंद आता है। होली आने से पहले लोग बेसब्री के साथ इस दिन का इंतजार करते हैं। गाव के लोग ही नहीं बल्कि आसपास से आने वाले लोग इन कार्यक्रमों का आनंद उठाते हैं। गांव में सबसे पहले लोग इकट्ठा होते हैं और चौपाई कंपटीशन किया जाता है। इसमें गांव की अलग-अलग मोहल्ले की टीमें चौपाई कंपटीशन का आयोजन करती हैं और चौपाई में लोक गीत गाए और बजाए जाते हैं। जो प्राचीन समय से चले आ रहे हैं।
इस होली के कार्यक्रम में सभी लोग बारी-बारी से अपनी प्रस्तुति देते हैं और प्रतिभा दिखाते हैं। चौपाई प्रतियोगिता में ना केवल नौजवान ही नहीं बल्कि बुजुर्ग और छोटे बच्चे भी इस चौपाई प्रतियोगिता में अपना हुनर दिखाते हैं। चौपाई कार्यक्रमों के लिए महीने भर पहले ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकार हरियाणवी वेशभूषा पहनकर अपनी प्रस्तुति दिखाते हैं। सुबह से शाम तक चलने वाले इस चौपाई कंपटीशन में विभिन्न चौपाइयों के माध्यम से जहां सामाजिक कुरीतियों पर वार किया जाता है। वहीं, नई पीढ़ी को भी इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
क्योंकि होली रंगों का त्योहार है, लेकिन इस दिन रंगों का इस्तेमाल नहीं होता चौपाई के साथ-साथ गांव के अलग-अलग हिस्से में होने वाले होली नृत्य कार्यक्रम लोगों को बेहद आकर्षित करता हैं। होली नृत्य कार्यक्रम में नगाड़े की धुन पर लोक गीत गाए जाते हैं, जिस पर महिलाएं और पुरुष जमकर नाचते हैं। साथ ही पूरे गांव में इसी तरीके से कई जगह पर होली नृत्य होता है। नगाड़ों की आवाज से पूरा गांव होली के रंग में रंग जाता है। कई मोहल्ले में नगाड़ों पर ही होली का आयोजन किया जाता है और गांव की महिलाएं हरियाणवी पोशाक पहनकर होली में नृत्य करती हैं। साथ में नौजवान और छोटे बच्चे भी नृत्य करते हैं और देर रात तक इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन चलता है।