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action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114हरियाणा: उच्चतर शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा ने वीरवार को चंडीगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक के दौरान कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 का मुख्य उद्देश्य ‘भारत को एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है’। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का लक्ष्य इस नीति को 2025 तक लागू करने का है। आज भारत 21वीं सदी की जरूरतों के मुताबिक नई व्यवस्थाएं बना रहा है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पहुंच, समानता, गुणवत्ता, सामथ्र्य और जवाबदेही के पांच आधार स्तंभों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक समावेशी और प्रेरक नीति है, जिसका उद्देश्य भारत में शिक्षा प्रणाली का सुधार और परिवर्तन करना है। नई नीति रोजगार क्षमता से उद्यमिता की ओर बदलाव को दर्शाती है और यह नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी पैदा करने वालों को आगे बढ़ाने का प्रयास करती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को दिशा देने का कार्य किया था। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की महत्वता को समझते हुए इस नीति को वर्ष 2030 की बजाए वर्ष 2025 तक ही पूरे प्रदेश में लागू करने का लक्ष्य रखा है। स्नातक शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, थ्री-डी मशीन, डेटा-विश्लेषण, जैवप्रौद्योगिकी आदि क्षेत्रों के समावेशन से अत्याधुनिक क्षेत्रों में भी कुशल पेशेवर तैयार होंगे और युवाओं की रोजगार क्षमता में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति-2020 को 30 अगस्त,2021 से लागू करने की शुरुआत की गई थी। इसका एक लक्ष्य वर्ष 2030 तक उच्चतर शिक्षा में लड़कियों का सकल नामांकन अनुपात 50 प्रतिशत से अधिक करना है।
इस दिशा में भी हरियाणा प्रदेश काफी आगे है। हमारे यहां लड़कियों का सकल नामांकन अनुपात 32 प्रतिशत है। हम 2030 से बहुत पहले ही 50 प्रतिशत के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में बदलाव हेतु जिस नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को मंज़ूरी दी है अगर उसका क्रियान्वयन सफल तरीके से होता है तो यह नई प्रणाली भारत को विश्व के अग्रणी देशों के समकक्ष ले आएगी। उन्होंने कहा कि यदि आप नई शिक्षा नीति को प्रभावशाली ढंग से लागू करेंगे तो भारत पुन: विश्व गुरु कहलाएगा ।