अगर आपको भी पैराग्लाइडिंग का शोंक है तो हो जाये सावधान क्योंकि मनाली में पैराग्लाइडिंग के दौरान एक महिला की हुई मौत

26 साल की नव्या अपने पति के साथ हिमाचल प्रदेश घूमने आई थीं. पैराग्लाइडिंग करने नव्या डोभी पहुंची थीं. लेकिन इस दौरान सेफ्टी बेल्ट खुल गई. और नव्या आसमान से नीचे एक घर की छत पर गिर गईं जिससे उनकी मौत हो गई.

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में पैराग्लाइडिंग के दौरान सेफ्टी बेल्ट खुलने से एक महिला की गिरकर मौत हो गई. दुर्घटना कुल्लू के डोभी इलाके की है, जिसके बाद यहां पैराग्लाइडिंग फिलहाल रोक दी गई है. पुलिस ने पैराग्लाइडर पायलट के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

घटना 11 फरवरी की है. आजतक से जुड़े मनमिंदर अरोड़ा की रिपोर्ट के मुताबिक 26 साल की नव्या अपने पति के साथ हिमाचल प्रदेश घूमने आई थीं. पैराग्लाइडिंग करने नव्या डोभी पहुंची थीं. लेकिन इस दौरान सेफ्टी बेल्ट खुल गई. और नव्या आसमान से नीचे एक घर की छत पर गिर गईं जिससे उनकी मौत हो गई. नव्या के शव का कुल्लू के एक हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम कराया गया. इसके बाद उनका शव परिवार को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया है।

कुल्लू जिला में पैराग्लाइडिंग के दौरान हादसे अब बढ़ते जा रहे हैं. जिसमें अधिकतर मामले में हवा के रुख को न भांपना और अधिक उड़ानों का दबाव हादसों का मुख्य कारण है. टेक ऑफ साइट में हवा का रुख ठीक होना और पर्यटकों को ग्लाइडर की हानेंस के साथ जोड़ने में लापरवाही भी हादसे का कारण बनती है।साल 2018 से अब तक कुल्लू की विभिन्न पैराग्लाइडिंग साइट में हुए हादसों में आठ लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा कांगड़ा जिले की बीड़- बिलिंग साइट से उड़ान भरने वाले 11 लोगों की मौत इस अवधि में हो चुकी है. पैराग्लाइडिंग के दौरान प्रदेश में लगातार हो रहे हादसों से नियमों पर सवाल उठने लगे हैं।

कुल्लू में पैराग्लाइडिंग संघ के अध्यक्ष पवन शर्मा ने महिला पर्यटक की मौत पर संवेदना जाहिर की है. उन्होंने बताया कि पैराग्लाइडर हमेशा नियमों का पालन करते हैं. आने वाले समय में इस तरह का हादसा ना हो, इसके लिए पैराग्लाइडर पायलट को भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे. पर्यटन विभाग की ओर से भी पैराग्लाइडिंग संगठन के साथ एक बैठक की जाएगी और नियमों का पालन हो सके इसके लिए जरूरी निर्देश दिए जाएंगे.

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