पलवल: जिले में सैकड़ो की संख्या में निजी स्कूल चल रहे हैं। इनमें दर्जनों स्कूल केवल कागजों तक सीमित हैं। ना तो निर्धारित नियमानुसार बिल्डिंग और बच्चों कों पढाने के लिए कमरे बनाए गए हैं। ना खेल का मैदान है। ना फायर सेफ्टी इक्यूपमेंट लगाए गए। और तो और स्कूल में शिक्षक भी फर्जी लगाए हुए हैं।
बारहवीं कक्षा पास टीचरों के हवाले इन स्कूलों में पढने के लिए जाने वाले बच्चों का भविष्य किया हुआ है। ऐसे एक स्कूल की उस समय पोल खुली जब इस स्कूल की ओर से छात्रों से पचास-पचास हजार रुपए लेकर फर्जी डीएमसी बनाकर छात्रों के हाथों में थमा दी गई। इन छात्रों के धोखा खाने के बाद जिला शिक्षा अशिकारी को सिकायत दी है।
पलवल के पैनलतू गांव में पिछले कई वर्षों से चल रहे एक निजी स्कूल के फर्जीवाडे ने न जाने कितने छात्रों का जीवन बर्बाद कर दिया। जिनमें से ऐसे दो छात्र पलवल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शिकायत लेकर गए पंहुंचे हैं जिन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को उक्त स्कूल और उस स्कूल के लिए काम करने वाले बिचौलिए के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए सिकायत दी गई है।