हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की नाराजगी दूर करने की कवायद तेज हो गई है। सीएमओ के दखल की वजह से नाराज चल रहे अनिल विज पिछले डेढ़ दो महीने से स्वास्थ्य विभाग का कामकाज नहीं देख रहे हैं. जिसकी वजह से अब सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अनिल विज से गुरुवार शाम को अपने आवास पर करीब आधे घंटे तक मुलाकात की। एक महीने बाद विज से सीएम खट्टर की दूसरी मुलाकात है। संभावना है कि इस बार अनिल विज को मनाने में कामयाब होंगे।
15 दिसंबर से विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत होने वाली है. ऐसे में विपक्ष को खट्टर सरकार स्वास्थ्य विभाग के झगड़े को लेकर घेरने का मौका नहीं देना चाहती है। क्योंकि ऐसे में अगर अनिल विज विपक्ष की तरफ से उठाए गए सवालों का जवाब नहीं देते तो वास्तव में सरकार के सामने अजीब स्थिति पैदा हो सकती है। जिसकी वजह से अनिल विज को मनाने की कवायद तेज हो गई है। माना ये भी जा रहा है कि विज अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं. हालांकि इसको लेकर विज की तरफ से खुलकर कुछ नहीं कहा गया वे सिर्फ इतना कहते है कि उन्होंने अपनी बात मुख्यमंत्री के सामने रख दी है। उन्हें भरोसा है समाधान होगा।
वहीं राजनीतिक गलियारों में अनिल विज के स्वास्थ्य मंत्रालय से इस्तीफा देने की भी चर्चाएं खूब चल रही हैं। इसके अलावा चर्चा ये भी है कि उनसे स्वास्थ्य विभाग लिया जा सकता है. तीन दिन पहले भी सीएम आवास पर बीजेपी संगठन, सरकार और आरएसएस के नेताओं की बैठक हुई थी। इस बैठक में भी विवाद को जल्द निपटाने की बात कही गई थी। ऐसे में अब उम्मीद है विवाद को जल्द निपटा दिया जाए। बैठक में एक बार फिर अनिल विज ने अपना रुख स्पष्ट किया कि अगर समाधान नहीं किया गया तो विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले वह स्वास्थ्य विभाग छोड़ देंगे। मुख्यमंत्री ने फिर से आश्वस्त किया कि वह जल्द इसका समाधान निकालेंगे।
पिछले दो माह से हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और सीएमओ के बीच चल रहे विवाद के निपटारे को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दूसरी बार विज के साथ बैठक की। गुरुवार शाम को मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक करीब आधा घंटा चली। खास बात ये है कि इस दौरान केवल दोनों नेता ही कमरे में मौजूद रहे। बैठक में एक बार फिर विज ने अपना रुख स्पष्ट किया कि अगर समाधान नहीं किया गया तो विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले वह स्वास्थ्य विभाग छोड़ देंगे। मुख्यमंत्री ने फिर से आश्वस्त किया कि वह जल्द इसका समाधान निकालेंगे।
विज के सीएम आफिस से निकलते ही मुख्यमंत्री ने अपने मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को बुलाया और पूरे मामले को लेकर चर्चा की। सूत्रों का दावा है कि 15 दिसंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले सरकार इस विवाद को खत्म करना चाह रही है ताकि सत्र के दौरान सरकार को दिक्कत का सामना न करना पड़े। संभावना है किसी भी समय विवाद का पटाक्षेप हो सकता है।
इससे पहले इसी मामले को लेकर 15 नवंबर को अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बैठक हो चुकी है। उस समय सीएम ने विवाद हल करने के लिए कुछ समय मांगा था। गुरुवार शाम को विज के पास सीएम का संदेश आया। शाम 4:30 बजे बजे विज सीएम आवास पर पहुंचे और पांच बजे बाहर निकले। वहीं, कुछ लोग इस मुलाकात को मंत्रिमंडल में होने वाले बदलाव से भी जोड़कर देख रहे हैं।मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने पांच अक्टूबर को केंद्र सरकार का हवाला देकर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली थी। पंचकूला में हुई इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के एसीएस स्तर तक के अधिकारियों की बैठक ली थी। इसी बात को लेकर विज नाराज हैं। विज अपने विभाग में किसी का दखल पसंद नहीं करते। इसलिए दो माह से अधिक समय से उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की फाइलें देखनी बंद कर रखी हैं।