गांव के सरपंच का कहना है कि अगर मामला दर्ज कराने के लिए हमें एक थाने से दूसरे थाने के लिए भटकना नहीं पड़ता तो शायद नीटू आज जिंदा होता।
मृतक नीटू के पिता सोहन सिंह ने कहा कि वह घर से किसी इंस्टिट्यूट के लिए निकला था लेकिन उसके बाद घर नहीं आया हम थाने में लापता होने की शिकायत देने गए लेकिन किसी ने भी समय रहते शिकायत नहीं ली।