रोहतक: जिला पुलिस की विशेष टीम ने वर्ष 2001 में बालंद गांव में हुए तिहरे हत्याकांड की वारदात में फरार चल रहे 5-5 हजार रूपए के सजायाफ्ता पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर पिता-पुत्र को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। सदर पुलिस स्टेशन के एसएचओ रिषभ सोढी ने बताया कि बालंद गांव निवासी जयभगवान की शिकायत पर 25 सितंबर 2001 को केस दर्ज हुआ था। पुलिस जांच में सामने आया कि वारदात से करीब 40 वर्ष पहले बालंद निवासी ओमप्रकाश के साथ जमीनी विवाद चल रहा था।
25 सितंबर 2001 की रात को सुरेश, जिले सिंह, सतीश, अनूप, महेंद्र, प्रदीप व अशोक खेत में नहरी पानी के लिए गए थे। तभी बालंद गांव के ही रामभज, रामपाल, धीरे, महेंद्र, बलराम, रामअवतार अन्य हथियार वहां पहुंचे। इस दौरान हुई फायरिंग में सुरेश व जिले सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सतीश ने अस्पताल पहुंचने पर दम तोड़ दिया। इस हत्याकांड में रामभज व उसक पुत्र रामअवतार को भी गिरफ्तार किया था। 3 अक्टूबर 2003 को रोहतक कोर्ट ने दोष सिद्ध होने पर सजा सुनाई थी। सजा के खिलाफ रामभज व रामअवतार ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
वर्ष 2013 में हाईकोर्ट ने दोनों को जमानत मिल गई। लेकिन वर्ष 2019 में हाईकोर्ट ने जमानत रद्द कर दी। इसके बाद सजायाफ्ता पिता-पुत्र को जेल में सरेंडर करना था लेकिन वे फरार हो गए। कोर्ट ने रामभज व रामअवतार के गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए। रोहतक पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी पर 5-5 हजार रुपए इनाम भी घोषित कर दिया। एसएचओ ने बताया कि पुलिस की संयुक्त टीम ने एक गुप्त सूचना के अधार पर रेड करते हुए रामभज व रामअवतार को गिरफ्तार कर लिया है।