झज्जर: सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आज घर-घर काँग्रेस हर घर काँग्रेस अभियान के तहत झज्जर में जनसम्पर्क किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्या वजह है कि बीजेपी रोहतक की सीट जेजेपी को देना चाहती है और जेजेपी लेना ही नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि चुनाव में होने वाली हार से पहले ही भाजपा ने हार मान ली है। इस सरकार ने खुद कबूल कर लिया कि 10 साल में लोगों में इतनी नाराजगी हो गई है कि मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री दोनों को बदलना पड़ा। बीजेपी समझती है कि उसने मनोहरलाल को मुख्यमंत्री पद से हटाकर बड़ा तीर मारा है तो ये उसकी गलतफहमी है। हकीकत ये है कि प्रदेश की जनता अकेले मनोहरलाल से नहीं, पूरी भाजपा से ही नाराज है और उसने हरियाणा में काँग्रेस सरकार बनाने का मन बना लिया है। इस दौरान विधायक गीता भुक्कल भी मौजूद रहीं।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि उन्होंने तो 3 महीने पहले ही कह दिया था कि BJP-JJP में समझौता तोड़ने का समझौता हो गया है और हरियाणा विधानसभा में इसका सबूत भी सबने देख लिया। विश्वास प्रस्ताव पर जेजेपी ने भाजपा के खिलाफ वोट डालने की बजाय अपने विधायकों को सदन में अनुपस्थित रहने का व्हिप जारी कर दिया। इससे ये साबित हो गया कि दोनों पार्टियां आज भी एक हैं और जनता की आखों में धूल झोंक रही हैं। उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने में रोहतक लोकसभा की चर्चा इसीलिए है क्योंकि रोहतक लोकसभा का नतीजा एक सांसद बनाने का नहीं होगा बल्कि यहाँ का परिणाम हरियाणा में काँग्रेस की अगली सरकार बनाने का होगा।
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने हरियाणा को विकास की पटरी से उतार दिया। 2014 के पहले तक हरियाणा विकास में, प्रति व्यक्ति आय, प्रतिव्यक्ति निवेश, रोजगार देने में नंबर 1 था। देश में हरियाणा की गिनती सबसे आगे के राज्यों में होती थी। रेल, रोड, मेट्रो, हाईवे, औद्योगिक क्षेत्र, उद्योग, बिजली कारखाने, यूनिवर्सिटी, आईआईटी, आईआईएम, एम्स जैसे अनेक बड़े संस्थान बन रहे थे। लेकिन 10 साल की बीजेपी सरकार के बाद हरियाणा विकास में 17वें नंबर पर और बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध, नशा, महंगाई में नंबर 1 पर पहुंच गया। पिछले 5 साल में बीजेपी-जेजेपी ने केवल भ्रष्टाचार और प्रदेश को लूटने का काम किया। प्रदेश की ध्वस्त कानून-व्यवस्था का ये आलम है कि 2004 से पहले चौटाला राज में जेलों से फिरौती मांगी जाती थी, लेकिन आज भाजपा राज में विदेशों में बैठकर फिरौतियां मांगी जा रही है। रोज कहीं न कहीं गोलियां चल रही हैं। हरियाणा हत्या दर में नंबर 2 पर पहुंच गया। पेपर लीक, परीक्षा रद्द और भर्ती घोटालों ने युवाओं का भविष्य चौपट कर दिया।