चंडीगढ़: हरियाणा सरकार के एमएसएमई विभाग के अधिकारियों को सद्बुद्धि देने के लिए हरियाणा के उद्यमी और व्यापारी 23 दिसंबर को हवन करेंगे। समाजसेवी इंडस्ट्रियलिस्ट व हरियाणा चेंबर ऑफ कॉमर्स के मेंबर व ओपेरा चैरिटेबल फाउंडेशन के कर्ताधर्ता अजयवीर सहगल का कहना है कि हरियाणा सरकार में एमएसएमई एक्ट 2016 में लागू हुआ था। मध्यम वर्ग के इंडस्ट्रिलिस्ट व व्यापारियों के लिए मुश्किलों को आसान करने की कवायद मानी जाती थी।
इस एक्ट के अनुसार इंडस्ट्रीज व व्यापारियों के पेमेंट से जुड़े मामले एमएसएमई विभाग 90 दिनों के अंदर अवार्ड देता था। पिछले 3 वर्षों से भारत में कामयाबी की मिसाल हरियाणा के सबसे काबिल मुख्यमंत्री व ब्यूरोक्रेसी के अफसरों के बावजूद एमएसएमई विभाग 3 सालों से कछुए की चाल से रेंग रहा है। जिस काम के लिए एक्ट में 90 दिन का समय नहीं किया गया है वह काम 33 सालों के बावजूद लंबित पड़े हुए हैं। इस वक्त लगभग 600 के एमएसएमई विभाग के पास पेंडिंग हैं।
अजयवीर का कहना है कि एमएसएमई विभाग ने उन्हें उनके इंडस्ट्रीज भाइयों को इतना परेशान किया है कि मजबूरन उन्हें सबक सिखाने के लिए वह उन्हीं के विभाग के बाहर सुबह 9:30 बजे हवन करवाएंगे। ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे और वह अपने कार्य को तीव्र गति से कर पाए।