हमीरपुर : टौणीदेवी तहसील के ऊहल गांव एक बुजुर्ग के परिजनों ने सिविल अस्पताल टौणी देवी में दांत की बीमारी के उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत जिला स्वास्थ्य विभाग को सौंपी है। शिकायत के आधार पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम गठित कर जांच बैठा दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुजुर्ग सुरेश कुमार के बेटे पंकज ने अपनी शिकायत में कहा कि गलत दांत उखाड़ने की वजह से उनके पिता की बीमारी लगातार बढ़ती गई, जिस कारण उन्हें पंचकूला के एक अस्पताल में ले जाना पड़ा था, जहां उनकी बीते सोमवार शाम को मौत हो गई।
उनके बेटे पंकज ने बताया कि पिछले माह 15 दिसंबर 2022 को हमीरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दांत दर्द को चेक करवाने गए थे। वहां डॉक्टरों ने एक्स-रे आदि चेकअप करके दवाइयां खाने की सलाह दी और कहा कि नजदीकी हॉस्पिटल में इस दांत को किसी डेंटिस्ट से निकलवा लें। टौणीदेवी अस्पताल नजदीक होने के कारण पीड़ित सुरेश कुमार गत 19 दिसंबर को वहां पहुंचे और दांत को चेक करवाया इसके 2 दिन बाद 21 दिसंबर को दांत उखाड़ दिया। उसके बाद पिता घर वापस चले गए। जब उनके दांत का दर्द कम नहीं हुआ, बल्कि और ज्यादा बढ़ा तो फिर 28 दिसंबर को हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में पहुंच कर चेक करवाया। वहां पर डाक्टरों ने कहा कि इंफेक्शन ज्यादा बढ़ गया है। उसके बाद ही पंचकूला के एक निजी अस्पताल में जाकर उन्होंने उपचार करवाया, लेकिन उनकी मौत हो गई।
क्या बताते हैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी
जब इस संदंर्भ में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. अग्निहोत्री से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस संबंध में शिकायत आई है और विशेषज्ञ डॉक्टर की टीम गठित कर जांच शुरू कर दी गई है। उनकी रिपोर्ट आने के अगली कार्रवाई की जाएगी।