प्राचीन पारम्परिक मेला ‘गलू री जातर” का हुआ शुभारम्भ, डॉ राकेश धरवाल ने की बतौर मुख्य अतिथि शिरकत

समापन समारोह में जय मां दुर्गा नर्सिंग कॉलेज के निदेशक डॉ राकेश धरवाल ने सभी देवी देवताओं कीे पूजा अर्चना की तथा उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित किया।

जोगिंदर नगर: मेले व त्यौहार हमारी संस्कृति के परिचायक होते हैं। इन मेलों में हम अपनी पुरातन संस्कृति की झलक को देखते आए हैं। मेले के समापन पर जय मां दुर्गा नर्सिंग कॉलेज के निदेशक डॉ राकेश धरवाल ने ये बातें कहीं। उन्होनें कहा कि हिमाचल के मेले देव आस्था से जुड़े हुए हैं। इन मेलों में देव मिलन देखने और देवताओं का आशीर्वाद पाने के लिए श्रद्धालु दूर दूर से पहुंचते हैं। देव आस्था से जुड़ा हुआ जोगिंदर नगर के हारगुनैण पंचायत का तीन दिवसीय प्राचीन मेला “गलू री जातर” का आज विधिवत समापन हो गया। चौहार घाटी के आराध्य देव पशाकोट इस मेले का शुभारंभ करने पहुंचते हैं।


समापन समारोह में जय मां दुर्गा नर्सिंग कॉलेज के निदेशक डॉ राकेश धरवाल ने सभी देवी देवताओं कीे पूजा अर्चना की तथा उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित किया।उन्होंने कहा की मेले हमारी पुरातन सस्कृति है इसे संजोए रखना हम सभी का दायित्व है।उन्होंने कहा की हमारे मेले देव आस्था से जुड़े हुए हैं और देवताओं का आशीर्वाद सदा क्षेत्र की जनता पर बना रहे।उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने का आह्वान किया।उन्होंने अपने संबोधन के दौरान जोगिंदर नगर मेले के आयोजन को ले कर भी बात रखी।उन्होंने कहा की मेले के सफल आयोजन के लिए प्रशासन को उचित मूल्यों पर स्थान उपलब्ध करवाने चाहिए ताकि हमारी पुरातन विरासत को संजोए रखा जा सके।उन्होंने मेले के शानदार आयोजन के लिए मेला आयोजन समिति को बधाई दी।इस दौरान उन्होंने दंगल विजेता व उपविजेता को क्रमश 21 हजार तथा 20 हजार रूपए का नकद ईनाम देकर सम्मानित किया। उन्होंने मेला समिति को मेले के शानदार आयोजन के लिए अपनी ओर से 20 हजार रूपए की सहयोग राशि भी भेंट की।इस अवसर पर उनके साथ एसेंट स्कूल के निदेशक लक्की ठाकुर,मनु कटोच आदि गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।इससे पहले मेला कमेटी व पंचायत प्रधान कला देवी तथा उप प्रधान सन्नी बिष्ट ने मुख्यातिथि डॉ राकेश धरवाल को शाल-टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

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