शिमलाः हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के खिलाफ भाजपा ने प्रदेश भर में मोर्चा खोल दिया है। सुक्खू सरकार ने पूर्व की बीजेपी सरकार के पिछले छः महीने के निर्णयों को रिव्यू करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत 400 संस्थानों को सरकार ने बंद कर दिया है। भाजपा सुक्खू सरकार के निर्णयों को असंवैधानिक करार देते हुए सरकार पर अफसरशाही हावी होने के आरोप लगा रही है। भाजपा ने आज संस्थानों को बंद करने के विरोध में प्रदेश भर में धरने प्रदर्शन कर उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा है।
वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार मंत्रिमंडल का गठन तक नहीं कर पा रही है और बिना कैबिनेट मीटिंग और समीक्षा किए ही फंक्शनल हो चुके संस्थानों को बंद कर रही है। दिल्ली के हिमाचल भवन से हिमाचल में सरकार चल रही है। सरकार का बस चले तो पिछले एक साल में पैदा हुए बच्चे और शादियों को भी डी-नोटिफाई कर दें। जो अफसर इन संस्थानों को बंद करने के आदेश दे रहें हैं, उन्हीं अफसरों ने पूर्व सरकार ने इन संस्थानों को खोलने के लिए बजट का प्रावधान किया था, जो बताता है कि सरकार बनने से पहले ही असफर सरकार पर हावी हो गए हैं।