शिमला: हिमाचल सरकार अब कैंसर रोगियों को मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराएगी। साथ ही रोगियों का इलाज भी पूरी तरह से मुफ्त होगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कैंसर एवं प्रशामक देखभाल कार्यक्रम पर राज्य सलाहकार बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह घोषणा की। हिमाचल प्रदेश कैंसर के मामलों में देश में दूसरे स्थान पर आ गया है। यह चिंता का विषय है और इसे देखते हुए कैंसर रोगियों को राहत देने के लिए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह सुविधा विभिन्न सरकारी अस्पतालों में दी जाएगी।
सरकारी अस्पतालों में कैंसर रोगियों को इलाज के लिए 42 दवाएं मुफ्त मिलेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जन कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना इसका अहम हिस्सा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चरणबद्ध तरीके से कैंसर डे केयर सेंटर स्थापित कर रही है। पहले चरण में 13 अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर स्थापित किए गए हैं। इसके दूसरे चरण में 27 अधिक लोड वाले सिविल अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ये केंद्र स्थापित किए जाएंगे तथा तीसरे चरण में 28 संस्थानों में डे केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हमीरपुर में राज्य सरकार द्वारा स्थापित किए जाने वाले कैंसर केयर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में विश्व स्तरीय तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। यहां न्यूक्लियर मेडिसिन का विशेष विभाग स्थापित किया जाएगा, जिसमें बड़ी क्षमता वाली न्यूक्लियर लैब व साइक्लोट्रॉन भी उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल सुपर स्पेशियलिटी संस्थान चमियाना में बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन की सुविधा भी शुरू की जाएगी। राज्य में जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री शुरू की जाएगी। इसके तहत विभिन्न कैंसर के मामलों का अध्ययन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लोगों में कैंसर के मामलों की जांच के लिए एक जिले में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। बैठक में सचिव स्वास्थ्य एम. सुधा देवी, एनएचएम की मिशन निदेशक प्रियंका वर्मा, कैंसर विशेषज्ञ प्रो. जीके रथ, डॉ. दिनेश पंडाकर, डॉ. सीएम त्रिपाठी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. राकेश शर्मा, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. गोपाल बैरी सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।