बिलासपुर (गजेंद्र) : मिनिस्ट्री ऑफ टेक्सटाइल के तत्वाधान में हस्तशिल्प विकास कार्यालय आयुक्त व हस्तशिल्प सेवा केंद्र कुल्लू द्वारा चेतना संस्था बिलासपुर में तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शन सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सरस्वती विद्या मंदिर औहर, सेवा केंद्र से प्रशिक्षुओं व चेतना संस्था के विशेष दिव्यांग बच्चों ने भाग लिया और हस्तशिल्प से सम्बंधित विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करने का प्रशिक्षण प्राप्त करने के साथ ही नया भारत स्वच्छ भारत मॉडल भी बनाए।
वहीं शिल्प प्रदर्शन सह जागरूकता कार्यक्रम के समापन के अवसर पर स्पेशल ओलंपिक भारत की अध्यक्ष डॉक्टर मल्लिका नड्डा बतौर मुख्यातिथि पहुंची, जहां उन्होंने स्कूली विद्यार्थियों व दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाये गए हस्तशिल्प वस्तुओं व वेस्ट मेटेरियल से बनाए गए नया भारत स्वच्छ भारत मॉडल का निरीक्षण भी किया। वहीं इन मॉडलस में से बेस्ट मॉडल का आंकलन करने के लिए तीन जजों का पैनल भी बनाया गया था जिन्होंने विजेता व उपविजेता मॉडल टीम के सदस्यों को सम्मानित भी किया।
वहीं डॉक्टर मल्लिका नड्डा ने कहा कि इस कार्यशाला के दौरान करीब 120 स्कूली विद्यार्थियों व दिव्यांग बच्चों ने भाग लिया है, जिन्हें हस्तशिल्प से जुड़ी अलग-अलग वस्तुओं के निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्किल इंडिया के सपने को साकार करते हुए इस योजना के तहत युवाओं को विकसित करने में यह कार्यशाला भी एक अहम भूमिका अदा करेगी और युवाओं में छुपी हस्तशिल्प की प्रतिभा को आगे बढ़ाते हुए स्वरोजगार के अवसर पैदा करेगी। व
हीं हैंडीक्राफ़्ट सर्विस सेंटर कुल्लू के हैंडीक्राफ़्ट प्रमोशन ऑफ़िसर संदीप कुमार का कहना है कि तीन दिनों तक चली इस कार्यशाला में बच्चों ने ना केवल बढ़चढ़ कर भाग लिया है बल्कि अपने हाथों से हस्तशिल्प से जुड़ी एक-एक वस्तु का निर्माण भी किया है।