नेरवा: शिरगुल देव की तपोस्थली चूड़धार में बर्फबारी व खराब मौसम के चलते प्रशासन द्वारा यात्र पर रोक के बावजूद पंजाब व हरियाणा से श्रद्धालु चूड़धार के लिए जा रहे है। रास्ते में चार फीट से अधिक बर्फ जमी होने के कारण कई श्रद्धालु रास्ते में ही फंस रहे हैं। चूड़धार मंदिर कमेटी के अध्यक्ष एवं एसडीएम चौपाल हेमचंद वर्मा ने कहा कि सर्दी में भारी बर्फबारी के कपाट आधिकारिक तौर पर बंद किये गए हैं और कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए बर्फबारी में दिसंबर से लेकर मार्च माह तक यात्र पर पूर्ण प्रतिबंद रहता है। इन दिनों मंदिर की रखवाली के लिए मंदिर स्टाफ के मात्र दो ही कर्मचारी तैनात है।
इसलिए जो श्रद्धालु रास्ते में फंस रहे हैं, उन्हें रेस्क्यू करने में स्टाफ को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। श्रद्धालु नौहराधार के रास्ते से चूड़धार जा रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि नौहराधार के होटल व्यवसायी बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को चूड़धार जाने से रोकने की बजाए उन्हें चूड़धार यात्र के लिए प्रेरित कर रहे हैं। झूठी जानकारी देने के बाद श्रद्धालु चूड़धार के लिए रवाना हो रहे हैं और बर्फीले रास्ते में फंस रहे हैं और मंदिर समिति से रेस्क्यू की गुहार लगा रहे हैं। मंदिर समिति के प्रबंधक श्याम शर्मा ने बताया कि बर्फबारी के दौरान पंजाब के लुधियाना के चार श्रद्धालु नौहराधार के रास्ते से चूड़धार के लिए रवाना हुए थे। खराब मौसम व भारी बर्फबारी के कारण यह श्रद्धालु बीच रास्ते में ही फंस गए थे।
खराब मौसम के कारण रास्ते में फंसे श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बड़ी मुश्किल से उन्हें चूड़धार पहुंचाया गया। वहां से उन्हें सराहां व चौपाल के रास्ते से वापस भेजा गया। समिति के प्रबंधक ने बताया कि जब उन्होंने श्रद्धालुओं से पूछा कि यात्र पर रोक है, उसके बावजूद आप चूड़धार कैसे आए तो श्रद्धालुओं ने बताया कि रात को वह नौहराधार के एक होटल में रुके थे। उन्होंने होटल मालिक से चूड़धार के मौसम व यात्र के बारे में जानकारी ली तो होटल मालिक ने बताया कि चूड़धार में मौसम साफ है। आप आसानी से यात्र कर ये सकते हैं। एसडीएम चौपाल हेम चंद वर्मा ने कहा कि यात्र पर पूर्ण प्रतिबन्ध है और उन्होंने चौपाल पुलिस, जिला सिरमौर के नौहराधार के होटल व्यवसायियों व पुलिस प्रशासन से भी आग्रह किया है कि किसी भी व श्रद्धालु को चूड़धार न भेजे और मनमानी करने वालों के खिलाफ उचित कार्यवाही करें।