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Rampur Bushahr में एक के बाद एक धू-धू कर जलने लगे जंगल, बर्फबारी और बारिश न होने से आग हुई बेकाब

रामपुर बुशहर : इन दिनों हिमाचल के ऊपरी क्षेत्रों के जंगलों में लगातार आग की घटनाएं सामने आने लगी है। मौसम की बेरुखी के चलते क्षेत्र के जंगल एक बाद एक धू-धू कर जलने लगे हैं, जिससे वन संपदा के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी आर्थिकी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। आग बुझाने में जन सहभागिता न होने से वन विभाग की मुश्किलें बढ़ गई है। पर्यावरण प्रेमियों ने मांग उठाई है कि वन विभाग लोगों के साथ सामाजस्य बना कर जंगल की आग को रोकने के तकनीकि प्रयास अमल में लाएं। वहीं लोगों ने मांग की है कि आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वन विभाग के फील्ड कर्मचारी भी लगातार नजर बनाए रखें, ताकि वन संपदा, जीवजंतुओं एवं लोगों को जंगल की आग से होने वाली नुक्सान से निजात मिल सके।

पंचायत समिति सदस्य अमला कश्यप ने बताया कि आगजनी से जीव-जंतुओं, पेड़-पौधे व लोगों की संपति को बड़े पैमाने पर नुक्सान हो रहा है। इसे रोकने के लिए वन विभाग कोई पुख्ता व्यवस्था करें और लोगों को भी सचेत किया जाए, ताकि जंगलों में आग न लगे। उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया कि अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए आग न लगाएं। इससे राष्ट्र संपत्ति को नुक्सान के साथ-साथ पर्यावरण को भी हानि हो रही है।

वन मंडलाधिकारी विकल्प यादव ने बताया कि इस बार सर्दियों के मौसम में अब तक की स्थिति को देखते हुए बारिश काफी कम हुई है। इन हालात में वन क्षेत्रों में आगजनी की घटनाएं बढ़ सकती है। उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों को आदेश दिया है कि आग पर कड़ी नजर रखे। संबंधित क्षेत्र की स्वयंसेवी संस्थाओं, पंचायत प्रतिनिधि, महिला मंडल व युवक मंडलों से समन्वय बनाकर आग से लड़ने के लिए कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा यह भी प्रयास किया है कि लोगों को जागरूक करने के लिए शिविर लगाकर एक अभियान चलाया जाए।

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