भविष्य की पीढ़ी जाने महापुरुषों और महान नेताओं का इतिहास : राघव शर्मा

ऊना (राजीव भनोट) : भारतीय संविधान की ताकत व आत्मा आर्टिकल 14 है जिसमें समानता व समता का अधिकार दिया गया है, यही दो शब्द है जो भारतीय संविधान को आगे बढ़ाते हैं देश को। एक पल देखने व सुनने में यह शब्द छोटे लगते हैं ,लेकिन इनका विस्तार बहुत बड़ा है। वास्तव में इन्हीं.

ऊना (राजीव भनोट) : भारतीय संविधान की ताकत व आत्मा आर्टिकल 14 है जिसमें समानता व समता का अधिकार दिया गया है, यही दो शब्द है जो भारतीय संविधान को आगे बढ़ाते हैं देश को। एक पल देखने व सुनने में यह शब्द छोटे लगते हैं ,लेकिन इनका विस्तार बहुत बड़ा है। वास्तव में इन्हीं 2 शब्दों पर बढ़कर के लोकतंत्र को मजबूत किया जा सकता है यह बात जिलाधीश राघव शर्मा ने भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की जयंती के अवसर पर आयोजित समता दिवस पर डॉक्टर के आर आर्य द्वारा आयोजित समता समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। आर्य ईएनटी अस्पताल परिसर में आयोजित गरिमा पूर्ण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे जिलाधीश राघव शर्मा ने कहा कि बाबू जगजीवन राम ने राजनीति में आदर्श स्थापित किए हैं।

उन्होंने कहा कि भारत के प्रथम मंत्रिमंडल में बाबू जगजीवन राम मंत्री रहे। सविधान निर्माता कमेटी के सदस्य भी रहे और लगातार मेहनत से कार्य करते हुए उन्होंने एक ऐसी सोच के साथ काम किया कि समाज में समता लानी है, भेदभाव को खत्म करना है और यही लोकतंत्र की मजबूती का मंत्र है। उन्होंने कहा कि जितने भी क्रांतिकारी हुए हैं, स्वतंत्रता सेनानी हुए हैं आंदोलनकारी हुए हैं ,उनक बैक राउंड में कानून की पढ़ाई रही है, सब ने कानून की पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि मैंने भी कानून की पढ़ाई की है और आर्टिकल 14 सबको समानता व सबका सम्मान यह अधिकार देता है,यह शब्द मेरे दिलो-दिमाग पर हैं, इसलिए अधिकारी के रूप में भी जब मेरे पास कोई आता है, जहां में कोई फैसला करता हूं तो यह बात मेरे ध्यान में रहती है और यही संविधान का मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि आज भी हमें बहुत बातों में परिवर्तन करना है ,सोच में परिवर्तन करना है।

उन्होंने कहा कि आज भी समानता की बात जोर से करने की जरूरत है क्योंकि आज भी धर्म, जाति ,समाज ,भाषा अमीरी, गरीबी, महिला व पुरुष कई प्रकार की मान्यताएं हैं, जिन्हें दूर करने के लिए काम होना है, जागरूकता होनी है।उन्होंने कहा कि जब तक हम भेदभाव को खत्म नहीं करते ,समानता को नहीं लाते ,तब तक हम वास्तव में लोकतंत्र के मौलिक परिवर्तन को करने में आगे नहीं बढ़ पाएंगे, उनका बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है और आज समाज की स्थिति बहुत अलग है इसलिए हमें अभी भी बेहद से प्रयास करके आगे बढ़ना है और महापुरुषों व महान नेताओं की जीवनी, उनकी शिक्षाएं भावी पीढ़ी को बतानी है ताकि उनसे सीख कर आगे बढ़ सके।

उन्होंने कहा कि बाबू जगजीवन राम जी का व्यक्तित्व सामान्य रहा है, उन्होंने बड़े-बड़े काम किए हैं, आदर्श पैदा किए हैं, राजनीति में उन्होंने बहुत बड़ा परिवर्तन किया है और उनके फॉलोअर्स हैं उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाया जा रहा है ।उन्होंने कहा कि डॉ केआर आर्य उनमें से एक हैं जो बाबू जगजीवन राम की विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अच्छे लोगों को साथ जोड़कर के आगे बढ़ रहे हैं। समता की बात कर रहे हैं, जाति तोड़ो समाज जोड़ो का नारा लेकर के आगे बढ़ रहे हैं । उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आज समाज को ऐसे लोगों की जरूरत है जो आगे बढ़ कर समाज को एकजुटता से आगे बढ़ाएं। उन्होंने डॉक्टर केर आर्य द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सराहा। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि सब समाज व देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए आगे बढ़े। इस अवसर पर डॉ केआर आर्य ने बाबू जगजीवन राम जी की जीवनी पर प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया कि किस प्रकार से जगजीवन राम ने संघर्ष किया ,आजादी के बाद के पहले मंत्रालय में शामिल हुए, संविधान के निर्माण में शामिल हुए और लगातार अपनी सामान्य जीवन शैली से लोगों को प्रभावित किया और देश की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि आज उनकी विचारधारा को उनकी बेटी मीरा कुमार आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं ,मीरा कुमार लोकसभा के अध्यक्ष रही हैं ,मंत्री रही हैं और आज भी समाज में सक्रिय रह करके अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि मीरा कुमार के पुत्र अंशुल कुमार बेहतरीन काम समाज को जागरूक करने में करने और समता आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, उन्होंने कहा कि पंजाब व हिमाचल में जिम्मेदारी मेरे पास है और हम समय-समय पर समाज में समता लाने के लिए आवाज उठाते हैं और समाज को एक करने का काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिलाधीश राघव शर्मा एक बेहतरीन अधिकारी हैं और उनकी बातें निश्चित रूप से हम सबके लिए प्रेरणा है और भविष्य की पीढ़ी को हम निश्चित रूप से ऐसे नेताओं का महापुरुषों का लिटरेचर दें, हम सबकी जिम्मेदारी है ताकि वह अपने महापुरुषों के बारे में पढ़ सकें और उनकी शिक्षाओं से जीवन का सार प्राप्त कर सके। इस अवसर पर डॉ शकुंतला आर्य ने सभी का धन्यवाद किया और कहा कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए सब का सहयोग जरूरी है और सब मिलकर के आगे बढ़े हम समाज में परिवर्तन लाने का काम करेंगे ।उन्होंने यह भी कहा कि बाबू जगजीवन राम के आदर्शों को आगे बढ़ाने की आज के समय में जरूरत है और हम सब मिलकर के यह काम करें।

उन्होंने कहा कि डॉक्टर केआर आर्य ने अपना जीवन बाबू बाबू जगजीवन राम जी के प्रति समर्पित किया है और हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर के आगे बढ़ रहे हैं। इस अवसर पर डॉक्टर के आर्य के नेतृत्व में समाज में बेहतरीन कार्य करने वाले एक दर्जन से अधिक समाजसेवियों को सम्मानित भी किया । वहीं जिलाधीश राघव शर्मा को समृति चिन्ह ,शाल व टोपी देकर डॉक्टर केआर आर्य व शकुंतला आर्य व उनकी टीम ने सम्मानित किया ।

इस मौके पर कामरेड जगतराम ,डॉक्टर एस के नंदा, बलदेव चंद ,बलराम महेश ,अनिल भारद्वाज, सोमनाथ सिंह सोनी, विजय कौशल, प्रताप सिंह सैणी, जीसी वडालिया, रिटायर्ड चीफ व एमआर दरोच, रिटायर्ड प्रिंसिपल सुखदेव राम, रिटायर्ड प्रिंसीपल प्रो धारिवाल, आरके शर्मा, अजय दूबे, कुलदीप चंद, सुरजीत सिंह संधू सहित अन्य उपस्थित रहे।

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