ऊनाः जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा हादसे में शहीद सैनिक अमरीक सिंह का हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में उनके पैतृक गांव गणु मदवाड़ा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को उनके बेटे अभिनव ने मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जनमानस का एक प्रकार से सैलाब ही उमड़ पड़ा। शहीद की पार्थिव देह घर पहुंचते ही जैसे घर में चीख पुकार मच गई। शहीद की पत्नी रुचि, बेटा अभिनव, मां ऊषा देवी, पिता धर्मपाल सिंह, बड़े भाई अमरजीत सिंह और छोटे भाई हरदीप सिंह के साथ-साथ वहां मौजूद हर कोई पार्थिव शरीर को देखकर रो पड़ा।
शहीद अमरीक सिंह का चेहरा आखिरी बार देखते ही उनकी पत्नी और मां बेसुध हो गईं। दोनों को नाते रिश्तेदारों और स्थानीय ग्रामीणों ने ढांढस बंधाया। कुछ देर पार्थिव देह अंतिम दर्शनों के लिए रख गई और इस दौरान परिवार की तरफ से अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की गईं।
गौरतलब है कि 39 वर्षीय हवलदार अमरीक सिंह बीते मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में हुए हादसे में शहीद हो गए थे। अमरीक सिंह 2001 में सेना में भर्ती हुए। इन दिनों वह जम्मू-कश्मीर के माछिल सेक्टर में तैनात थे।