ऊनाः हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पिछले महीने बारिश के कारण राज्य में जल शक्ति विभाग को 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अग्निहोत्री ने यह जानकारी कल रात यहां विभाग की वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने सेवाओं को बहाल करने और स्थिति से निपटने के प्रयासों का आह्वान किया। बैठक में जल शक्ति विभाग के मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण अभियंताओं और कई अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया। बैठक में उपमुख्यमंत्री को दूसरे चरण की बारिश के कारण अपने-अपने क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त और प्रभावित पेयजल योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी।
अग्निहोत्री ने विभाग के अधिकारियों को अगले 48 घंटों के भीतर प्रदेश के सभी क्षेत्रों में जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं क्षेत्रों का भ्रमण करें और कार्य की प्रगति पर लगातार नजर रखें ताकि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को जल संकट का सामना न करना पड़े। आपदा के दूसरे चरण में भी जलापूर्ति एक बड़ी चुनौती है, इसलिए विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में पेयजल योजना की बहाली में अधिक समय लग रहा है, वहां टैंकरों एवं अन्य वैकल्पिक माध्यमों से जलापूर्ति सुनिश्चित की जाये एवं उपलब्ध कराए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता की भी लगातार जांच की जाए ताकि जल जनित बीमारियों की चुनौती का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि भारी बारिश से हुए नुकसान की जानकारी जल्द ही केंद्र सरकार को दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग की योजनाओं की मरम्मत के लिए तत्काल 50 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं और अति महत्वपूर्ण पेयजल योजना का जीर्णोद्धार कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।