श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस ताशी रबस्तान ने आज लेह, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के मेलोंगथांग में अत्याधुनिक उच्च न्यायालय अतिथि गृह का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस अवसर पर जस्टिस संजीव कुमार, जस्टिस सिंधु शर्मा, जस्टिस राजेश ओसवाल, जस्टिस विनोद चटर्जी कौल, जस्टिस संजय धर, जस्टिस पुनीत गुप्ता, जस्टिस जावेद इकबाल वानी, जस्टिस मोहम्मद अकरम चौधरी, जस्टिस राहुल भारती, जस्टिस मोक्ष खजूरिया काजमी, जस्टिस वसीम सादिक नरगल, जस्टिस राजेश सेखरी और जस्टिस मोहम्मद यूसुफ वानी, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के न्यायाधीश उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह में लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के उप-राज्यपाल के सलाहकार डा. पवन देव कोतवाल भी उपस्थित थे।
12.42 करोड़ रु पए की लागत से निर्मित इस गेस्ट हाउस में आठ सुइट, आठ डीलक्स कमरे और तीन अतिरिक्त कमरे हैं, जिनमें सेंट्रल हीटिंग की सुविधा है, साथ ही इन-हाउस लाउंज, डाइनिंग रूम और एयर कंडीशन की सुविधा वाला कार्यालय भी है, जिससे इसमें रहने वालों को आराम मिलता है। गेस्ट हाउस के नजदीक ही कर्मचारियों के लिए अलग से आवास बनाया गया है। यह सुविधा न केवल सर्वोच्च न्यायालय, विभिन्न उच्च न्यायालयों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों, बल्कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का दौरा करने वाले विभिन्न राज्यों के अन्य न्यायिक अधिकारियों के आरामदायक आवास और भोजन के लिए समर्पित है।
अपने उद्घाटन भाषण के दौरान मुख्य न्यायाधीश ताशी राबस्तान ने न्यायपालिका के कुशल कामकाज में मजबूत बुनियादी ढांचे की अभिन्न भूमिका पर जोर दिया। मुख्य न्यायाधीश ने इस परियोजना को पूरा करने में केन्द्र शासित प्रदेश प्रशासन के समर्पण और त्वरित प्रतिक्रि या की सराहना की। डा. पवन देव कोतवाल ने गेस्ट हाउस के उद्घाटन पर न्यायपालिका को बधाई दी। इस अवसर पर, प्रधान जिला न्यायाधीश (पीडीजे) लेह ने इस परियोजना को समय पर पूरा करने में अपनी प्रतिबद्धता दिखाने वाले विभिन्न अधिकारियों और निष्पादन एजेंसियों के पदाधिकारियों को उनके सराहनीय प्रयासों के लिए सराहना के प्रतीक के रूप में पारंपरिक खटक भेंट करके सम्मानित किया।
उद्घाटन समारोह में रजिस्ट्रार जनरल शहजाद अज़ीम, जम्मू-कश्मीर विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव अमित कुमार गुप्ता, रजिस्ट्रार आईटी अनूप शर्मा, श्रीनगर के रजिस्ट्रार न्यायिक फारूक अहमद भट, सीपीसी ई-कोर्ट्स के फैयाज अहमद कुरैशी, संयुक्त रजिस्ट्रार न्यायिक अब्दुल बारी और श्रीनगर में उच्च न्यायालय रजिस्ट्री के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। लद्दाख विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव स्पलजेस आंगमो, लेह के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज परिहार, लेह के बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शफी लस्सू और अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी लेह में मौजूद थे।
लेह के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज परिहार ने स्वागत भाषण दिया, जिसमें उन्होंने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और माननीय न्यायाधीशों के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्तियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। सीजेएम लेह त्सावांग फुंटसोग ने औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। कार्यक्र म की कार्यवाही का संचालन डीएलएसए कारगिल के सचिव और यूटी लद्दाख में न्यायिक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के नोडल अधिकारी चेमित युरग्याल ने किया। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने श्रीनगर उच्च न्यायालय परिसर में एक अतिरिक्त न्यायालय का भी उद्घाटन किया। यह पहल न्यायिक पहुंच को बढ़ाने और क्षेत्र के लोगों के लिए न्याय वितरण में तेजी लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।