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जलाड़ी-खरठ पुल बरसात से पहले ही हुआ ध्वस्त, उद्घाटन से पहले टेके घुटने

कांगड़ा (मनोज कुमार) : चंगर की करीब एक दर्जन पंचायतों को जोडऩे वाला निर्माणाधीन पुल सोमवार शाम ध्वस्त हो गया है। आधुनिक इंजीनियरिंग का उम्दा उदाहरण जलाड़ी-खरठ पुल बरसात से पहले धड़ाम हो जाने से लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। चंगर क्षेत्र की 15 पंचायतों को आपस में.

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कांगड़ा (मनोज कुमार) : चंगर की करीब एक दर्जन पंचायतों को जोडऩे वाला निर्माणाधीन पुल सोमवार शाम ध्वस्त हो गया है। आधुनिक इंजीनियरिंग का उम्दा उदाहरण जलाड़ी-खरठ पुल बरसात से पहले धड़ाम हो जाने से लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। चंगर क्षेत्र की 15 पंचायतों को आपस में जोड़ने की तैयारी करता जलाड़ी का निर्माणाधीन पुल उद्घाटन से पहले ही ध्वस्त हो गया है। इससे चंगर क्षेत्र की उन उम्मीदों को झटका लगा है, जो दौलतपुर में मुख्य धारा से जुड़ने का सपना देख रही थीं। उल्लेखनीय है कि इस पुल के न होने की वजह से करीब एक दर्जन पंचायतों के लोगों को पांच किलोमीटर का सफर 20 किलोमीटर में तय करना पड़ता है। पिछले कई वर्षों से इस पुल की बनने की राह देख रहे ग्रामीणों में निराशा हाथ लगी है।

3.43 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट धड़ाम

ग्रामीणों ने पुल ध्वस्त होने से इसकी जांच के साथ मौजूदा अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की है। पुल का शिलान्यास 9 अगस्त, 2017 को पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह ने किया था। इस की अनुमानित लागत तीन करोड़ 43 लाख निर्धारित थी। ये पुल निर्माणाधीन था, जिसका 30 से 40 फीसदी कार्य ही पूरा हुआ था। इस दुर्घटना में किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है।

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