हमीरपुर (कपिल) : हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग के दफ्तर पर 21 फरवरी 2023 से भंग किए गए आयोग के कार्यालय पर लगा ताला गुरुवार को रिकॉर्ड तैयार करने के लिए खुल गया। पिछले करीब 10 दिन से विजिलेंस को जांच से संबंधित रिकॉर्ड नहीं मिल पा रहा है, लेकिन अब सरकार से आदेश आने के उपरांत रिकॉर्ड को तैयार करने के लिए सरकार की ओर यहां तैनात किए गए एचएएस रैंक के ओएसडी ने संबंधित कर्मचारियों को बुलाया और ताला खोल कर अंदर रिकार्ड तैयार करना शुरू कर दिया है। हमीरपुर के तहसीलदार भी बतौर मिजस्ट्रेट रिकॉर्ड तैयार करने के समय मौजूद हैं।
ओएसडी, तहसीलदार और अधिकृत स्टाफ की मौजूदगी में रिकॉर्ड को तैयार करने के दौरान बाकायदा वीडियोग्राफी हो रही है। ताकि किसी भी तरह का कोई सवाल खड़ा ना हो। यहां से सारा रिकॉर्ड तैयार करने के बाद उसे विजिलेंस को भेजा जाएगा और उसके बाद संबंधित भंग आयोग के कार्यालय पर ताला लग जाएगा। जाहिर है कर्मचारी चयन आयोग में हुए घोटालों को लेकर कर रही विजिलेंस ने पिछले लगभग 10 दिन में रिकॉर्ड को लेकर 7 अलग- अलग आवेदन किए हैं। यह फाइल में पेंडिंग थे, लेकिन अब आज इनकी फाइल खुलेगी।
उधर, 60 से ज्यादा कर्मचारियों की फरवरी माह की पेंडिंग सैलरी का मामला अभी अनसुलझा है। इस पर सरकार ने कोई भी आदेश नहीं दिए हैं। कर्मचारियों को अभी इसके लिए इंतजार करना पड़ेगा और जिन कर्मचारियों को अभी बुलाया जाएगा, उन्हें भी सैलरी बाकियों के साथ कब मिलेगी? इस पर उहापोह वाली स्थिति बरकरार रहेगी। सरकार ने ओएसडी से आयोग के पास अभी तक मौजूद वाहनों की सारी डिटेल मांगी है। किस-किस वाहन की कितनी देनदारी है। इन वाहनों को पर्सनल विभाग अपने साथ अटैच करेगा। इनकी भी सूची तैयार होगी।
कुछ अधिकृत किए गए अधिकारी व कर्मचारी अंदर जा कर रिकार्ड तैयार करेंगे और संबंधित वांछित रिकॉर्ड वीडियोग्राफी के बीच तैयार होगा- (अनुपम ठाकुर, ओएसडी व एचपीटीयू रजिस्ट्रार, हमीरपुर)