सरसा खड्ड में अवैध खनन रोकने गए ग्रामीणों पर खनन माफिया ने किया हमला, 2 युवक घायल

नालागढ़: जगातखाना के समीप सरसा खड्ड में हो रहे अवैध खनन को रोकने गए ग्रामीणों पर खनन माफिया ने हमला कर दिया। इस हमले में 2 युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार यह मामला सायं का है। जागतखाना के समीप सरसा खड्ड में श्मशानघाट के समीप 2 टिप्पर व जेसीबी से.

नालागढ़: जगातखाना के समीप सरसा खड्ड में हो रहे अवैध खनन को रोकने गए ग्रामीणों पर खनन माफिया ने हमला कर दिया। इस हमले में 2 युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार यह मामला सायं का है। जागतखाना के समीप सरसा खड्ड में श्मशानघाट के समीप 2 टिप्पर व जेसीबी से खनन हो रहा था। इस दौरान जगातखाना के संजीव, देवेंद्र व गुरनाम वहां से निकल रहे थे। खनन होता देख वे गांव के अन्य युवाओं चरणदास, सुरेंद्र, प्रहलाद व कशमीरी को साथ लेकर खड्?ड में पहुंच गए। ग्रामीणों को देखकर टिप्पर चालक वहां से टिप्पर लेकर भाग गए, लेकिन युवाओं ने जेसीबी को रोक लिया और वन विभाग के कर्मचारियों को फोन कर दिया। इस पर एक युवक गाड़ी में वहां पर पहुंच गया, जिसे वे पहचानते थे। वह साथ लगते गांव का परमजीत था।

उसने युवाओं से खनन रोकने का कारण पूछा तो युवाओं ने बताया कि यह उनके गांव का श्मशानघाट है और अगर उन्हें खनन करना है तो कहीं और जगह कर लो। परमजीत उनसे बात कर ही रहा था कि एक ओर गाड़ी आई, जिसमें से एक दर्जन युवा उतरे और उन्होंने उन पर डंडों से हमला कर दिया। हमले में देवेंद्र व संजीव बुरी तरह से घायल हो गए। दोनों घायलों को नालागढ़ अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। देवेंद्र के सिर में 4 व संजीव के सिर में 7 टांके लगे हैं। वहीं इस संदर्भ में नालागढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। उधर, हिम परिवेश संस्था के अध्यक्ष लक्ष्मी सिंह ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि अवैध खनन रोकने गए लोगों पर खनन माफिया ने हमला किया हो। इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। इसके बावजूद भी सरकार और प्रशासन अवैध खननकारियों पर लगाम कसने में असफल रहे है। उन्होंने सरकार से अवैध खनन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का आवाहन किया।

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