सोलनः 15वीं शताब्दी में राजा बिक्रम चंद द्वारा हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नालागढ़ में निर्मित किले का एक हिस्सा इस क्षेत्र में भारी बारिश के चलते शुक्रवार को धराशायी हो गया। बारिश से किले के पिछले हिस्से के चार कमरों को भारी नुकसान हुआ। क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण किले के एक हिस्से के नीचे की जमीन धंस गई और इसका मलबा नीचे सड़क पर आ गिरा। गनीमत यह रही कि मलबे और पत्थरों की चपेट में कोई वाहन या व्यक्ति चपेट में नहीं आया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
भूमि कटाव होने के कारण अब समूचे किले को ही बड़ा खतरा पैदा हो गया है। हादसे में किले को लाखों रूपये का नुकसान हुआ है। हरिटेज किले रेसार्ट के प्रबंधकों के अनुसार घटना शुक्रवार को 11 बजे तेज बारिश के बाद हुई जिसमें देखते ही देखते चार कमरे ढह गए। होटल प्रबंधकों को कमरों से सामान निकालने का भी मौका नहीं मिला। गनीमत यह रही कि हादसे के वक्त इन में कमरों में कोई नहीं ठहरा हुआ था।
उल्लेखनीय है कि इस किले का निर्माण 1421 में किया गया था। इसे अब एक हैरिटेज होटल में परिवर्तित किया जा चुका है जहां देश विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और यहां ठहरते भी हैं। छह सौ साल से अधिक पुराने इस किले में अंतिम शासक राजा सुरेंद्र सिंह रहे। उनके बेटे विजेंद्र सिंह ने गद्दी नहीं संभाली लेकिन वह नालागढ़ के पांच बार विधायक निर्वाचित हुये और राज्य सरकार में एक बार मंत्री भी रहे। वर्तमान में यह किला एक हरिटेज रेजार्ट है।