मंडी : मंडी जिला की ग्राम सयोग में फोरलेन से निकले मलबे की अवैध डंपिंग से पंचायत द्वारा निर्मित सार्वजनिक शौचालय दब गए हैं। जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि, यह वन विभाग की प्राइम लैंड है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग चंडीगढ़ मनाली के पंडोह में तीन पीपल के पास लगभग एक बीघा वन भूमि है। जिस पर अज्ञात लोगों द्वारा फोरलेन का मलबा फैंक कर डंपिंग की गई है। इस डंपिंग के चलते पंचायत द्वारा बनाए गए सार्वजनिक शौचालय दब चुके हैं। जिस कारण स्थानीय लोगों, व्यापारियों और बैंक में आने-जाने वाले उपभोक्ताओं को भारी परेशानी हो रही है।
हालांकि, शिकायत के चलते वन विभाग ने इस भूमि को तार वार्ड लगा कर डेढ़ लाख खर्च करके बंद किया था। मगर अवैध डंपिंग ने वन विभाग के इस डेढ़ लाख पर भी पानी फेर दिया गया। इससे पहले इस भूमि पर एक मकान निर्मित किया गया था जिसे बाद में मशीन लगाकर हटाया गया था। स्थानीय लोगों सोनू, किशोर कुमार, दिनेश कुमार, दुर्गा दास और सतीश कुमार ने बताया कि इस अवैध डंपिंग के चलते जहां सार्वजनिक शौचालय दब गया है, वहीं हवा से धूल मिट्टी के कारण वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है।
उन्होंने पंचायत प्रधान वीना महंत को कई बार इस समस्या के समाधान की अपील की है। लगभग दो लाख की लागत से पूर्व प्रधान द्वारा निर्मित किए गए यह शौचालय भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, यदि समय पर मलबे को नहीं हटाया गया तो पंचायत की यह संपत्ति निश्चित रूप से तबाह हो जाएगी। इधर, वन विभाग के पडोह वन खंड राजिक धर्म पाल ने बताया कि जल्द ही विवादित वन भूमि पर पुन: सीलिंग कर दी जाएगी।