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मणिमहेश यात्रा के जन्माष्टमी स्नान को लेकर भरमौर में लौटने लगी रौनक

भरमौर(महिंद्र पटियाल): विश्व -विख्यात पवित्र मणिमहेश यात्रा के जन्माष्टमी स्नान को लेकर भरमौर में रौनक लौटना शुरू हो गई है चौरासी ऐतिहासिक मंदिर परिसर में स्थानीय जातर मेले के लिए पंडाल भी लगने शुरू हो चुके हैं। डोडा भद्रवाह के प्रथम श्रद्धालु ने भी सोमवार को चौरासी ऐतिहासिक शिव मन्दिर में शीश नवाया है दैनिक.

भरमौर(महिंद्र पटियाल): विश्व -विख्यात पवित्र मणिमहेश यात्रा के जन्माष्टमी स्नान को लेकर भरमौर में रौनक लौटना शुरू हो गई है चौरासी ऐतिहासिक मंदिर परिसर में स्थानीय जातर मेले के लिए पंडाल भी लगने शुरू हो चुके हैं।

डोडा भद्रवाह के प्रथम श्रद्धालु ने भी सोमवार को चौरासी ऐतिहासिक शिव मन्दिर में शीश नवाया है दैनिक सवेरा से रु व रू होने पर उन्होंने बताया की वो लगातार नौ वर्षों से मणिमहेश यात्रा पर आ रहे हैं लेकिन गत वर्ष उपने पांव में दर्द होने के कारण वो पैदल छडी यात्रा से पहले ही अकेले भरमौर पंहुच ग ए उन्होंने बताया की डोडा भद्रवाह के श्रद्धालुओं की भगवान भोलेनाथ से अटूट आस्था है व पंरपरागत रीति रिवाजों से छडी यात्रा हर वर्ष मणिमहेश पंहुचती है।लाहौल स्पीति जिला के त्रिलोकीनाथ से भी पैदल छडी यात्रा भी कुगती जोत से होकर मणिमहेश यात्रा कर स्नान कर लौट चुकी है।

भरमौर प्रशासन भी मणिमहेश यात्रा के पुख्ता प्रबंधों को पूरा करने में रात दिन लगा है चाहे वो सडक व्यवस्था हो, पानी व्यवस्था, बिजली व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, सफाई व्यवस्था, मेडिकल व्यवस्था, रेस्क्यू व्यवस्था सभी को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

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