प्राथमिकता के आधार पर सड़क, बिजली और पेयजल की योजनाओं को करें बहाल : सुंदर ठाकुर

कुल्लू (सृष्टि) : मुख्य संसदीय सचिव एवं जिला राहत एवं पुनर्वास समिति के अध्यक्ष सुंदर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में आज राहत एवं पुनर्वास कार्यों की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन जिला परिषद हॉल में किया गया। जिसमे सीपीएस  सुंदर ठाकुर ने सभी विभागों के अधिकारियों को हाल ही कि आपदा  में हुए.

कुल्लू (सृष्टि) : मुख्य संसदीय सचिव एवं जिला राहत एवं पुनर्वास समिति के अध्यक्ष सुंदर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में आज राहत एवं पुनर्वास कार्यों की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन जिला परिषद हॉल में किया गया। जिसमे सीपीएस  सुंदर ठाकुर ने सभी विभागों के अधिकारियों को हाल ही कि आपदा  में हुए नुकसान के आंकलन कर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर उपायुक्त को भेजने के निर्देश दिए, ताकि इन्हें प्रदेश मंजूरी के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार को भेजा जा सके। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम हमारी प्राथमिकता लोगों की जानमाल रक्षा करने की थी पर अब हमारी प्राथमिकता जिले में अबरुद्ध सम्पर्क मार्गो, पेयजल योजनाओं, सुचारु करना है ताकि आगामी 15 दिनों में जनजीवन सामान्य बनाया जा सके।

उन्होंने कहा कि जिले में 577 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिनके मालिकों को 4 करोड़ 6 लाख 45 हजार की राहत राशि दी गई है। इसी तरह 1726 मकानों को इस आपदा से आंशिक नुकसान हुआ है इन्हें राहत के तौर पर 2 करोड़ 13 लाख 64 हज़ार की राशि प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि जिले में 325 गौशाला को भी नुकसान पहुंचा है, जिन्हें 6 लाख 81 हजार की राहत राशि प्रदान की गई है। 428 व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी इस आपदा क्षतिग्रस्त हुए हैं जिन्हें एक करोड़ 11 लाख 85 हजार की राशि प्रदान की गई है। अब तक जिला में फौरी राहत के तौर पर 7 करोड़ 38 लाख 74500 रुपए की राहत प्रदान की जा चुकी है और दो करोड़ 11 लाख 17 हज़ार अभी प्रदान किए जाने से हैं।

उन्होंने कहा कि अब तक प्राप्त विभिन्न वर्ग का कुल नुकसान 785 करोड़ 96 लाख 88 हज़ार रखा गया है।उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर क्षतिग्रस्त सड़कों पेयजल योजना तथा बिजली आपूर्ति के कार्यों को बहाल करने के भी निर्देश दिए। सीपीएस ने कहा कि आनी क्षेत्र में 30 से 35 ऐसी सड़कें हैं जो कि अभी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं, क्षेत्र में अभी तक कुल 74 लाख 56 हज़ार का नुकसान हुआ है। सीपीएस ने बताया कि लुहरी से जलोडी सड़क के बीच यातायात बार-बार बाधित हो रहा है क्योंकि सड़क पर लगभग 400 से 500 मीटर ऊपर से भूस्खलन होने का क्रम जारी है।

उन्होंने कहा कि वैकल्पिक तौर पर कंडूघाट- खनाग सड़क से यातायात को चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां पर पेयजल की गंभीर समस्या है। वहां पर बोरवेल लगाकर मोटर के जरिए पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए तथा जहां-जहां बाढ़ का खतरा है वहां भविष्य में फ्लड प्रोटेक्शन के कार्य किए जाएं। उन्होंने क्षतिग्रस्त भूमि पर मनरेगा के माध्यम से कार्य करने के लिए लोगों को मस्टरोल जारी करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मिटिगेशन के कार्य के लिए डीपीआर जल्द से जल्द बनाकर जमा करें।

सीपीएस ने कहा कि जहां बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। वहां सुरक्षा के लिए लंबी अवधि को देखते हुए कार्य करने की आवश्यकता है तथा जहां पर तुरंत कार्य की आवश्यकता है वहां पर क्रेट वॉल इत्यादि लगाकर इन्हें सुरक्षित करने का इंतजाम करें। सीपीएस ने निर्देश दिए कि जहां पर स्कूलों के भवन बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए हैं। उनका प्राक्कलन बनाकर सरकार को शीघ्र भेजें। सीपीएस ने निर्देश दिए कि जहां पर आवाजाही के समस्त माध्यम बंद पड़े हैं। वहां पर तुरंत झूला पुल तथा रोपवे स्पेन की व्यवस्था करने की संभावनाएं तलाशें ताकि लोगों की फल सब्जियों को बाजार तक पहुंचाने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल विंग को इस कार्य में विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए।

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