कुल्लू में चल रहे सरस मेले में पांगी से आए सहायता समूह ने भी स्टाल लगाया है. इस स्टॉल में हर्बल जड़ी बूटी के रस से बनी हर्बल दवाई बेची जा रही है. पांगी के रहने वाले आर्मी से रिटायर्ड विपिन ठाकुर ने बताया कि 1985 में उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यू ऑफ मेडिसिन जोगिंद्रनगर से कोर्स किया है. उन्होंने बताया कि उनके पड़दादा ठाकुर बीरबल पांगी में मशहूर वैद्य थे. आर्मी से रिटायर होने के बाद उन्होंने भी इसी काम को करना शुरू किया है. इन दवाइयों से कई लोगों को राहत मिली है
वहीं पांगी से आई शांति देवी ने बताया कि उनके महिला मंडल द्वारा जंगलों से जाकर जड़ी बूटियों इक्कठी की जाती है. इन जड़ी बूटियों के कई फायदे होते है. इनसे बनी दवाइयों से लोगों को भी लाभ पहुंचा है.