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पहाड़ों की रानी शिमला पर्यटकों से हुआ गुलजार, पिछले 48 घंटों में पहुंचे करीब एक लाख पर्यटक

Shimla Queen of Hills

Shimla Queen of Hills

Shimla Queen of Hills : पहाड़ों की रानी शिमला इस समय पर्यटकों से गुलजार है। इसका सबसे बड़ा कारण हाल ही में यहां हुई बर्फबारी और शिमला नगर निगम प्रशासन द्वारा आयोजित किया गया विंटर कार्निवल है। हालांकि, इसे अब 1 जनवरी तक स्थगित कर दिया गया है। पर्यटकों में शिमला आने का उत्साह इस बात से स्पष्ट होता है कि पिछले 48 घंटों में शिमला में करीब 60 हजार वाहन पहुंचे हैं, जिनमें से अधिकांश वाहन पर्यटकों के ही हैं। कुल मिलाकर लगभग 1 लाख पर्यटक शिमला पहुंचे हैं।

हाल ही में हुई बर्फबारी की वजह से शिमला का ऊपरी क्षेत्र पूरी तरह से कट चुका था। प्रशासन की ओर से सड़कों को बहाल करने का काम अभी भी जारी है। मौसम विभाग ने बर्फबारी को लेकर फिर से अलर्ट जारी किया है। शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट को सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष योजना बनाई है, ताकि पर्यटकों को शिमला पहुंचने पर किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

उन्होंने यह भी बताया कि नए साल के जश्न को लेकर शिमला जिले के उपयुक्त के साथ एक बैठक हो चुकी है, जिसमें पुलिस प्रशासन और सभी अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि नए साल का जश्न मनाने शिमला आने वाले पर्यटकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि शिमला को 5 सेक्टर में बांटा गया है। इसके साथ ही कई ऐसी जगहों की पहचान की जा चुके हैं, जहां पर बर्फबारी के बाद रोड बंद हो जाता है या सड़कों पर फिसलन बढ़ जाती है। कई सालों बाद दिसंबर में यहां बर्फबारी हुई है। पुलिस प्रशासन की ओर से जितनी भी तैयारी की गई थी, उसे अच्छे से एग्जीक्यूट किया जा रहा है। विभिन्न स्थानों की जिओ मैपिंग भी की गई है, जहां पर चैलेंजिंग पॉइंट हैं।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फागू, कुफरी, नारकंडा, चौपाल और खिड़की ऐसे इलाके हैं, जहां पर सबसे ज्यादा चुनौतियां बर्फबारी के दौरान देखने को मिलती है। इन सभी क्षेत्रों में क्विक रिएक्शन टीम सभी जगह पर तैनात की गई है। इसके अलावा अगर शिमला लोकल की बात की जाए तो यहां संजाैली, पंथाघाटी, ढली और माल रोड के आसपास भी मशीनों को तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा फिसलन भरी जगहों पर रेत भी बिछाई जा रही है, ताकि पैदल चलने वालों को भी समस्याओं का सामना न करना पड़े।

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