Snowfall Increased Problems : हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के पर्वतीय इलाकों में लगातार हिमपात और मैदानी क्षेत्रों में झमाझम बारिश ने ठंड का प्रकोप बढ़ा दिया है। पहाड़ी इलाकों में हिमपात ने जहां किसानों और बागवानों को राहत दी है, वहीं जनजीवन पर इसका गहरा असर पड़ा है। सड़कों और राजमार्गों पर बर्फ जमने से सफर जोखिम भरा हो गया है। कई स्थानों पर वाहनों के फिसलने की घटनाएं सामने आई हैं। शिमला (Shimla) के ऊपरी इलाकों में लगातार हिमपात हो रहा है। नारकण्डा, कुफरी, चौपाल, जुब्बल में सुबह भी बर्फ गिर रही है। नारकंडा में शिमला-रामपुर एनएच पर वाहनों की आवाजाही जारी है, लेकिन यहां सफर खतरनाक हो गया है। चौपाल उपमंडल में चौपाल-शिमला मार्ग सहित अन्य सात सड़कों पर बर्फ जमने से यातायात बाधित हो रहा है।
प्रशासन ने बर्फ हटाने के लिए मशीनरी लगा दी है। पर मौसम की स्थिति से कार्य प्रभावित हो रहा है। जिला प्रशासन के मुताबिक शिमला (Shimla) में हिमपात से 23 संपर्क सड़कें, 51 ट्रांसफॉर्मर और 26 पानी की स्कीमें बंद हैं। उधर लाहौल-स्पीति (Lahaul and Spiti) में पिछले 24 घंटों से भारी हिमपात हो रहा है, जिससे जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है। जिले में अब तक डेढ़ फीट तक बर्फ गिर चुकी है। संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं और यातायात बाधित है। प्रशासन की ओर से सड़कों को साफ करने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन खराब मौसम के कारण कठिनाइयां आ रही हैं। किन्नौर जिले में भी आधे से दो फीट तक हिमपात हो चुका है। नेशनल हाईवे और संपर्क मार्ग बर्फ से ढक गए हैं। कई स्थानों पर बिजली के खंभे टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित है।
पर्यटन नगरी मनाली के ऊपरी इलाकों में लगातार हिमपात हो रहा है। सोलंग नाला के पास एक वाहन फिसलकर सड़क से नीचे गिर गया। हालांकि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। बर्फबारी के कारण सोलंग नाला के पास करीब 200 वाहन फंसे हुए हैं। प्रशासन ने अटल टनल को बंद कर दिया है और नेहरू कुंड तक ही वाहनों को जाने की अनुमति दी गई है।
चंबा (Chamba) के जनजातीय क्षेत्रों पांगी और भरमौर में भी हिमपात जारी है। पांगी मुख्यालय किलाड़ में आठ इंच तक बर्फ गिर चुकी है। सिरमौर (Sirmaur) की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में इस सीजन की तीसरी हिमपात दर्ज की गई है। मंडी (Mandi) के निचले क्षेत्रों में बारिश और ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। कांगड़ा (Kangra) में दो दिनों से बारिश और धौलाधार की पहाड़ियों में ताजा हिमपात दर्ज किया गया है।
इस हिमपात से किसानों और बागवानों को राहत मिली है। किसानों का कहना है कि बर्फबारी से मिट्टी की नमी बढ़ेगी और फसलों को लाभ मिलेगा। बागवानों के लिए यह सेब की फसल के लिए वरदान साबित हो सकती है। मौसम विभाग ने प्रदेश में हिमपात और बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य के पांच शहरों में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। इनमें लाहौल-स्पीति (Lahaul and Spiti) के ताबो में -7.6, समधो में -4.3, कल्पा में -2.5 कुकुमसेरी में -1.8 और रिकांगपिओ में -0.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मनाली (Manali) में न्यूनतम तापमान 0.2 और शिमला (Shimla) में 1.2 डिग्री सेल्सियस रहा। विभाग ने 30 और 31 दिसंबर को मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है, लेकिन एक से तीन जनवरी तक फिर से बारिश और हिमपात का अनुमान है।