आपदा प्रभावितों के दुख बांटने ओर प्रभावित परिवारों के घर पहुंचने में प्रशासन ने की देरी

सुजानपुर (गौरव जैन) : भारी बारिश के बीच बात सडकों को खुलवाने की हो या फिर आपदा प्रभावित गांवों में जा कर लोगों से मिल कर उनके दुख बांटने की। एक बार फिर से इलाके के समाजसेवी रविंद्र सिंह डोगरा लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने आए हैं। कोविड काल के दौरान भी रविंद्र सिंह.

सुजानपुर (गौरव जैन) : भारी बारिश के बीच बात सडकों को खुलवाने की हो या फिर आपदा प्रभावित गांवों में जा कर लोगों से मिल कर उनके दुख बांटने की। एक बार फिर से इलाके के समाजसेवी रविंद्र सिंह डोगरा लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने आए हैं। कोविड काल के दौरान भी रविंद्र सिंह डोगरा ने प्रदेश के अधिकांश जिलों में पहुंचकर लोगों को सुरक्षित किया था। अपनी तरफ से निशुल्क सैनिटाइजेशन अभियान को चलाने के साथ-साथ लोगो को निशुल्क मास्क और सैनिटाइजर बांटे थे। वहीं अव एक बार फिर से डोगरा ने हाल ही मे सुजानपुर विधानसभा में बादल फटने से हुई तबाही से लोगो को हुए नुकसान को जानने उनके दुख दर्द को दूर करने के इरादे से एक बार फिर 14 अगस्त से लगातार पुराने बमसन क्षेत्र के सभी आपदा प्रभावित गाँवों का तुफानी दौरा किया है और आपदा के दौरान प्रशासन और स्थानीय विधायक क्या काम कर रहा है इसकी पोल खोल कर रख दी है।

पत्रकारों को जानकारी देते हुए रविंद्र सिंह डोगरा ने बताया कि वह जहां भी लोगों से मिले हैं लोगों का प्रशासन के साथ साथ सुजानपुर के विधायक के ख़िलाफ़ भी काफ़ी गुस्सा था। ग्रामीणों में गाँव गाहरा से सुबेदार स्वरूप चंद ने बताया कि बादल फटने के 4 दिन बाद विधायक आये पर किसी को सुचना नहीं दी और‌ ना ही उन्होंने ग्रामीणों से कोई मुलाकात की। इसी तरह ऊहल पंचायत के अंतर्गत जमली SC बस्ती के ओम प्रकाश तथा स्थानीय लोगों का कहना था कि अधिकारी और विधायक ऊपर-ऊपर से हवाई दौरा कर के चले गए लेकिन गाँव की दुर्दशा और‌ लोगों हाल जानने कोई नीचे उनके घरों तक नहीं आये। गौरतलब है कि बमसन में आपदा से सबसे जादा मकानों, पशु शालाओं व खेती की जमीनों का भारी पैमाने पर नुकसान हुआ है लेकिन प्रशासन ने केवल पटवारियों को नुकसान का आंकलन करने के लिए नियुक्त किया है अधिकतर जगहों पर पटवारी या तो गए नहीं या फिर दुर से ही देख कर चले गए इसकी मिसाल भी देखने को तब मिली जब बादल फटने से ग्रामीणों की 200 कनाल से जादा भूमि जंमीदोज हो गई और पटवारी ने केवल उसे 70 कनाल बता कर पल्ला झाड़ दिया डोगरा ने कहा यहां जिला हमीरपुर के आला अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगता है।

डोगरा ने कहा कि आपदा में ग्रामीण त्रस्त हैं परंतु उनसे प्रशासन ने ना तो सही संवाद किया और ना ही उन्हें कोई ढांढस बंधाया लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर इसलिए भी था कि बहुत सी जगह पटवारियों ने समीक्षा क्या की इसकी कोई जानकारी प्रभावितों को नंही दी कई जगह प्रधान से ही बात करके रिपोर्ट बना दी और कई जगह कह दिया कि आंगन‌ गिरने का कोई मुआवजा नहीं मिलेगा एक जगह तो हाल तो इतना बुरा था कि जिलाधीश कार्यालय में बगेहडा निवासी बिपिन राणा ने फोन किया तो बताया गया कि पटवारी उनके यहाँ जा चुका है जबकि पीड़ित का कहना था कि पटवारी आया ही नहीं।

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