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धू-धू कर जला अहंकारी रावण का पुतला, अयोध्या पहुंचने पर श्री राम का हुआ राज्याभिषेक

जोगिंदर नगर: बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी जोगिंदर नगर के साथ साथ सेरू, खुद्दर,सारली तथा कुपड़ में धूमधाम से मनाया गया। जगह-जगह रावण मेघनाद और कुंभकरण के पुतले का दहन किया गया। इस मौके पर लोगों ने देश को स्वच्छ बनाने के साथ गंदगी रूपी रावण के वध का भी संकल्प लिया। श्री राम कला मंच कमेटी की ओर से रामलीला मैदान को राजसी अंदाज में युद्धभूमि के रूप में सजाया गया। जहां राम और रावण अलग-अलग रथों पर विराजमान होकर युद्धभूमि में उतरे। रामलीला मैदान में दशहरा के अवसर पर 50 फुट ऊंचा रावण का पुतला सजाया गया था जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।

खचाखच भरा मैदान

रावण दहन से पहले से मैदान खचाखच भर गया। शाम को भगवान श्रीराम ने अग्नि बाण चलाकर अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की विजय स्वरूप पुतलों को अग्नि में समाहित कर संपूर्ण समाज को धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया।

अहंकार रूपी रावण का पूरा कुनबा सच्चाई की आग में धू-धू कर जल गया। इससे पूर्व भव्य आतिशबाजी हुई।

जोगिंदर नगर में आयोजित दशहरा महोत्सव में विधायक प्रकाश राणा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।नगर परिषद जोगिंदर नगर के वार्ड 6 में आयोजित दशहरा उत्सव में प्रदेश कांग्रेस सचिव जीवन ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।रावण,मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों के दहन के उपरांत जीवन ठाकुर ने कहा की हमें अपने जीवन में प्रभु श्री राम द्वारा बताए मार्ग पर चलना चाहिए।उन्होंने कहा की अधर्म चाहे जितना भी बलशाली क्यूं न हो एक न एक दिन धर्म के हाथों उसका विनाश निश्चित है।जीवन में हमेशा सत्य की जीत होती है।

आकर्षक आतिशबाजियों का नजारा

श्री राम कला मंच के तत्वावधान में जहां विशाल रावण, मेघनाद के पुतले बनाए गए। रंगमंच के कलाकारों ने हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु भक्तों के समक्ष राम-रावण युद्ध का रामलीला मैदान पर शानदार मंचन किया। रामादल और रावण की सेना के बीच हुए युद्ध के प्रसंगों को जहां कलाकारों ने मंचित किया। वहीं, आकर्षक आतिशबाजियों का नजारा भी देखने को मिला।श्री राम द्वारा रावण का वध करने के उपरांत उनका राज्याभिषेक किया गया।

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