हमीरपुर (कपिल) : भाजपा और कांग्रेस सरकार में बहुत अंतर होता है। भाजपा सरकार आते ही देना शुरू कर देती है जबकि कांग्रेस जब भी सत्ता में आई इसने केवल और केवल हिमाचल और यहां की जनता से छीनने का ही काम किया है। हमीरपुर में आयोजित जिला भाजपा की बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्नी प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने यह बात कही। विधानसभा चुनावों में जिला में एक भी सीट न जीत पाने के बाद जिला भाजपा की पहली दो दिवसीय बैठक में मायूस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को उत्साहित करने के साथ साथ व नई ऊर्जा और जोश से भरने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया सम्बोधन लम्बे समय तक कार्यकर्ताओं के दिलो दिमाग पर अंकित रहेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने माना कि भले ही इस बार के चुनावों में जिला में भाजपा का प्रदर्शन दुखदाई रहा है लेकिन यहां पार्टी का कार्यकर्ता दमदार है। यहां का कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ संघर्ष करके पहले भी आगे बढ़ा है और इस बार भी पूरे दमखम के साथ जिला में पार्टी की मजबूत वापसी करवाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्नी की इन प्रेरणामई लाइनों पर कार्यकर्ताओं की तालियों की जबरदस्त गड़गड़ाहट और जोशीले नारेबाजी आने वाले समय में भाजपा की मजबूत परिस्थिति की राह प्रशस्त कर गई। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि विरोधियों की कई सरकारें आई और कई चली गई भाजपा का कार्यकर्ता सदैव आगे बढ़ता रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी का परिवार बढा है, और पार्टी का कार्यकर्ता महत्वकांक्षी भी बहुत होता है। लेकिन इन चुनावों में जिनसे अपेक्षा तक भी नहीं थी, उन्होंने भी गड़बड़ की है जिसकी पार्टी को खबर है, अब ऐसे लोग भी पार्टी से किसी भी तरह की कोई अपेक्षा ना रखें। पूर्व मुख्यमंत्नी ने कहा कि भाजपा की सरकार देने वाली सरकार होती है जबकि कांग्रेस की सरकारें छीनने वाली सरकार होती हैं यही दोनों पार्टियों में सबसे बड़ा अंतर है। 2007 में जब हम सत्ता में आए तो कुर्सी पर बैठने से पहले दिहाडी बढ़ाने का जो वादा हमने किया था दिहाड़ी 75 से बढ़ाकर 100 रुपए की, विशेष त्योहारों पर महिलाओं को छुट्टी और बसों में किराया माफ किया।
ऐसे ही जयराम ठाकुर ने सत्ता में आते ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन में आयु सीमा का दायरा बढ़ाते हुए बहुत लोगों को लाभ पहुंचाया। इस तरह के कई उदाहरण भाजपा की हर सरकार के हैं। लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस ने सत्ता में आते ही प्रदेश के 613 संस्थान बंद कर दिए। 2002 में हमने प्रयास कर तत्कालीन प्रधानमंत्नी अटल बिहारी वाजपेई से प्रदेश के लिए औद्योगिक पैकेज लिया लेकिन केंद्र में कांग्रेस की सरकार आते ही वे औद्योगिक पैकेज भी प्रदेश से छीन लिया गया। विशेष श्रेणी राज्य का दर्जा हिमाचल प्रदेश को अटल सरकार ने दिया था जिसे केंद्र में कांग्रेस ने आते ही वापस छीन लिया था लेकिन मोदी सरकार ने फिर से प्रदेश का वह दर्जा बहाल करवाया।