कैथल: मुंबई में पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में गिरफ्तार कैथल जिले के गांव नरड़ का रहने वाला गुरमेल सिंह उर्फ तेली अभी 26 साल का है, लेकिन जब वह 15 साल का था, तभी उसके घरवालों ने उसे घर से निकाल दिया था। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि वह बचपन से ही झगड़ालू था। गांव के बच्चों को पीटने लगा था, हर रोज लोग उलाहना लेकर उसके माता-पिता के पास आते थे और रोज-रोज के क्लेश से परेशान होकर उनके माता-पिता ने उसे 15 साल की उम्र में घर से बेदखल कर दिया था। बेदखल होने के बावजूद वह यदा-कदा घर आ जाता था। मुंबई पुलिस ने गुरमेल की उम्र 23 साल बताई है, मगर गुरमेल की दादी फुली देवी ने इस संवाददाता को बताया कि गुरमेल इस समय 26 साल का है और 9वीं कक्षा तक पढ़ा है। उसके पिता बलजीत सिंह मांस विक्रेता थे। बताते हैं कि एक दिन मांस बनाते हुए उसमें छिपकली गिर पड़ी।
बलजीत को इसका पता नहीं चला और वह छिपकली गिरा हुआ मीट खा गया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। यह घटना करीब 15 साल पहले की है। तब गुरमेल 10-11 साल का था। इसके बाद गुरमेल की मां की शादी उसी के देवर से कर दी गई। गुरमेल अपने माता-पिता की अकेली संतान था। उसकी मां की दूसरी शादी से तीन बच्चे पैदा हुए जिनमें से एक की मृत्यु हो गई थी। साल भर पहले उसकी मां की भी हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। अब गुरमेल की दादी अपने पोते के साथ गांव में ही रहती है। गांव वालों के मुताबिक वह करीब 2 महीने पहले गांव आया था, उसके बाद से नहीं लौटा। गुरमेल की दादी ने बताया कि गुरमेल हमारे लिए मर चुका है। हम तो उसे 11 साल पहले परिवार से बेदखल कर चुके हैं। हमें नहीं पता कि वो कहां गया है। दादी ने बताया कि हमारे पास उसका कोई नंबर भी नहीं है, वह कभी फोन नहीं करता। जब वो अंतिम बार घर आया था, वो उससे नहीं मिली क्योंकि वह घर पर नहीं थी।