चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को असंध विधानसभा से पार्टी के उम्मीदवार अमनदीप सिंह जुंडला के समर्थन में जनसभा की। उन्होंने कहा अमनदीप सिंह आपके बीच का आदमी है, ये समाजसेवा का काम करते रहते हैं। इसलिए ऐसे लोगों को वोट दो जो आपके बीच में रहते हैंस जब असंध की सीट जीत जाएंगे तो आपका धन्यवाद करने भी आऊंगा। मैं हरियाणा की जनता को पांच गारंटी देकर जा रहा हूं, ये अरविंद केजरीवाल की गारंटी है कोई फर्जी गारंटी नहीं है। पहली गारंटी, बिजली मुफ्त और 24 घंटे कर दूंगा, बकाया बिलों को माफ कर देंगे। दूसरी गारंटी, शानदार अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक बनवा दूंगा। तीसरी गारंटी, शानदार स्कूल बनाएंगे। चौथी गारंटी, 18 साल से ऊपर की हर महिला को 1000 रुपए प्रति महीना सम्मान राशि देंगे और पांचवीं गारंटी, दिल्ली में मैंने 12 लाख युवाओं के लिए रोजगार का इंतजाम किया है, मुङो नौकरी देनी आती है आपके बच्चों के लिए नौकरी का इंतजाम करूंगा।
पंजाब में 45000 सरकारी नौकरी दे चुके हैं और साढ़े 3 लाख प्राइवेट रोजगार का इंतजाम किया है। उन्होंने कहा असंध में सड़कें टूटी पड़ी हैं, सरकारी अस्पताल नहीं है। झाड़ू का बटन दबाकर अमनदीप को जिताने का काम करें। आप सोच रहे होंगे कि गारंटी तो इतनी बड़ी बड़ी दे रहे हो, हरियाणा में आपकी सरकार बन रही है क्या। मैं कहता हूं हरियाणा में जो भी सरकार बनेगी वो आम आदमी पार्टी के समर्थन से बनेगी। उस सरकार से पांचों गारंटी पूरी करवाना मेरी जिम्मेदारी है। डा. सुशील गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी व्यवस्था बलदने के लिए जानी जाती है। पहली बार देश की राजनीति में अरविंद केजरीवाल ने स्कूल, अस्पताल, बिजली और पानी की बात की। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में वल्र्ड क्लास अस्पताल बनाए, जहां पर 24 घंटे मुफ्त दवाई, आधुनिक मशीनें और प्रशिक्षित डॉक्टरों का प्रबंध किया। हर गांव में मोहल्ला क्लीनिक बनाए, हर महिला के लिए बस यात्र, बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्र मुफ्त की।
शहीद के परिवार को एक करोड़ रुपए सम्मान राशि दी। उन्होंने कहा अरविंद केजरीवाल ने किसानों की लड़ाई लड़ी और युवाओं को नौकरी दी। उसके बाद भी मुनाफे का बजट दिया। जब दिल्ली और पंजाब विकसित होने लगा तो देश का तानाशाह प्रधानमंत्री मोदी डरने लगे कि अब सारा देश सुविधाएं मांगेगा। तो उसने अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी पर दाग लगाने के लिए योजना बनाई और झुठे केस में आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डाल दिया। लेकिन अरविंद केजरीवाल डरे नहीं मुख्यमंत्री की कुर्सी को ईमानदारी की अग्निपरीक्षा के लिए ठुकरा दिया।