तिरूवनंतपुरमः केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार यदि किसी विधेयक या अध्यादेश के सिलसिले में तत्काल कार्रवाई चाहती है तो उसे राजभवन आना चाहिए और उन्हें इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से यह सुनिश्चित करने को कहा कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्यों और समर्थकों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को ‘आजाद कश्मीर’ कहने से बचना चाहिए और ‘‘अलगाववाद एवं क्षेत्रवाद की आग नहीं भड़कानी चाहिए।’’
राज्यपाल ने कहा, कि ‘उन्हें ये चीजें रोकनी चाहिए। ये संविधान विरोधी गतिविधियां हैं जो राष्ट्र की एकता और अखंडता को खतरा पेश करती हैं।’’ खान ने राज्यपाल की मंजूरी के लिए सरकार द्वारा भेजे गए दो अध्यादेशों पर हस्ताक्षर नहीं करने के संबंध में मीडिया में आई खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए ये टिप्पणियां कीं। राज्यपाल ने कहा कि खबरों को देखने के बाद उनकी जांच में यह पाया गया कि अध्यादेश ढाई हफ्ते पहले लाए गए थे।
राज्यपाल ने कहा, कि ‘मैं मुख्यमंत्री से मीडिया के जरिये मुझसे बात नहीं करने का अनुरोध करता हूं। मैं किसी विधेयक या अध्यादेश की तात्कालिकता के बारे में मुझे स्पष्टीकरण देने के लिए उन्हें राजभवन आने के लिए आमंत्रित करता हूं। यदि वे चाहते हैं कि मैं तात्कालिकता के आधार पर निर्णय लूं तो उन्हें राजभवन आना चाहिए और वे जो कुछ भी प्रस्ताव कर रहे हैं उसका औचित्य बताएं। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि कोई पक्षपात नहीं होगा। मैं उसमें मौजूद तथ्यों के आधार पर उसपर विचार करूंगा।’’ उन्होंने मुख्यमंत्री और माकपा नेता विजयन को यह सुनिश्चित करने को कहा कि उनकी पार्टी के समर्थक और सदस्य संविधान को तहस-नहस ना करें।