Illegal Call Center Exposed : मुंबई पुलिस की अपराध शाखा यूनिट 12 ने दहिसर इलाके में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक ये लोग अमेरिकी नागरिकों को अपना शिकार बनाकर उनके साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। इस गिरोह ने माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में समस्या होने का दावा करके अमेरिकी नागरिकों को धोखा दिया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर मुंबई पुलिस ने अर्पण के अपार्टमेंट पर छापा मारा, जहां यह अवैध कॉल सेंटर चल रहा था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से 6 लैपटॉप, 20 मोबाइल फोन, 2 वाई-फाई राउटर, 6 स्पीकर समेत करीब 2 लाख 41 हजार रुपये का सामान जब्त किया। अपराध शाखा ने इस मामले में आईटी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 24 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
बताया गया कि कॉल सेंटर के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों को बताया गया कि उनके कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में बड़ी समस्या है। उन्हें यह विश्वास दिलाया गया कि वे माइक्रोसॉफ्ट से बात कर रहे हैं और फिर फोन कॉल के माध्यम से उनके बैंक खाते का विवरण प्राप्त कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी तिलक जोशी (44 वर्ष), अमीर रेड्डी (25 वर्ष), जीवन नवारकर (23 वर्ष) और प्रथम सोनावने (22 वर्ष) शामिल हैं। पुलिस ने मामले की आगे की जांच शुरू कर दी है और यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क कितना बड़ा है।