भागलपुर : रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत बिहार एवं झारखंड में पूर्व रेलवे के मालदा मंडल के तहत आने वाले विभिन्न रेलवे स्टेशन से पिछले एक वर्ष के दौरान 357 नाबालिग बच्चों को बचाने में सफलता हासिल की है।
मालदा मंडल के रेल प्रबंधक मनीष कुमार गुप्ता ने बुधवार को यहां बताया कि ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते भारतीय रेलवे की एक सराहनीय पहल है, जिसका उद्देश्य संकटग्रस्त बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके तहत रेलवे सुरक्षा बल द्वारा वर्ष 2024-25 की अवधि में मालदा मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर असहाय एवं लावारिस बच्चों की पहचान कर कुल 357 नाबालिग बच्चों की जिंदगी बचाई गई है। उन्होंने बताया कि इन बच्चों को पुनर्वास और देखभाल के लिए स्थानीय बाल कल्याण समितियों को सौंप दिया गया है।
यात्री सुरक्षा और बाल संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता
श्री गुप्ता ने बताया कि सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से रेलवे सुरक्षा बल ने इन बच्चों को उनके परिवारों से मिलाने या सुरक्षित आश्रय प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह प्रयास संकटग्रस्त बच्चों की सुरक्षा और भलाई के प्रति बल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
रेल प्रबंधक ने कहा कि रेलवे सुरक्षा बल के जवानों द्वारा बच्चों को बचाने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का कार्य अत्यंत सराहनीय है। वहीं, यात्रियों का भी दायित्व बनता है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या संकटग्रस्त बच्चों की सूचना निकटतम रेलवे अधिकारी या हेल्पलाइन नंबर पर दें। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते की सफलता मालदा मंडल की यात्री सुरक्षा और बाल संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।