नई दिल्ली/भोपालः देशव्यापी नौवां रोजगार मेला आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य आतिथ्य में हुआ, जिसमें नवनियुक्त करीब 51 हजार युवाओं को नियुक्ति-पत्र वितरित किए गए। देशभर से चुने गए ये युवा डाक विभाग, भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों/विभागों में पदस्थ होंगे। रोज़गार मेला देश में 46 स्थानों पर हुआ। भोपाल में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर के आतिथ्य में आयोजन हुआ, जहां उन्होंने नियुक्ति-पत्र बांटे।
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल संबोधन में, देशभर में हो रहे गणेशोत्सव का जिक्र करते हुए कहा कि यह इस शुभ अवसर के दौरान नियुक्त लोगों के लिए एक नए जीवन का ‘श्री गणेश’ है। युवाओं का सेवा के प्रति समर्पण देश को अपने लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम बनाएगा। नारी शक्ति वंदन अधिनियम का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि देश ऐतिहासिक उपलब्धियों का गवाह बन रहा है। नई भर्तियों में महिलाओं की महत्वपूर्ण उपस्थिति को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की बेटियां हर क्षेत्र में नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मुझे नारी शक्ति की उपलब्धि पर बहुत है, सरकार की नीति है कि उनके विकास के लिए नए रास्ते खोले जाएं। किसी भी क्षेत्र में महिलाओं की उपस्थिति से हमेशा हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आया है।
नए भारत की बढ़ती आकांक्षाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस नए भारत के सपने ऊंचे हैं, भारत ने 2047 तक विकसित देश बनने का संकल्प लिया है। उन्होंने रेखांकित किया कि अगले कुछ वर्षों में भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, सरकारी कर्मचारियों को भी आने वाले समय में बहुत योगदान देना होगा । उन्होंने कहा कि आज के युवा प्रौद्योगिकी के साथ बड़े हुए हैं, जिनसे अपने कार्यक्षेत्र में इसका उपयोग करने एवं शासन की दक्षता में सुधार करने पर जोर दिया। सरकार में प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में विस्तार से बताते हु प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन रेलवे आरक्षण, आधार कार्ड, डिजिलॉकर, ईकेवाईसी, गैस बुकिंग, बिल भुगतान, डीबीटी, डिजीयात्रा द्वारा दस्तावेज़ीकरण की जटिलता को समाप्त करने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने नए लोगों से इस दिशा में आगे काम करने का आग्रह करते हुए कहा- प्रौद्योगिकी ने भ्रष्टाचार को रोक दिया है, विश्वसनीयता में सुधार किया है, जटिलता कम की है व आराम बढ़ाया है।
पीएम मोदी ने कहा कि 9 वर्षों में सरकार की नीतियां नई मानसिकता, निरंतर निगरानी, मिशन मोड कार्यान्वयन व जनभागीदारी पर आधारित हैं, जिसने महत्वपूर्ण लक्ष्यों को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त किया है। स्वच्छ भारत व जल जीवन मिशन जैसे अभियानों का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने सरकार के मिशन मोड कार्यान्वयन दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला, जहां संतृप्ति प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। देशभर में परियोजनाओं की लगातार निगरानी की जा रही है। उन्होंने प्रगति प्लेटफॉर्म का उदाहरण देते हुए जिसका उपयोग स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है, इस बात पर जोर दिया कि ये सरकारी कर्मचारी ही हैं, जो सरकारी योजनाएं जमीनी स्तर पर लागू करने की सर्वोच्च जिम्मेदारी निभाते हैं। जब लाखों युवा सरकारी सेवाओं में शामिल होते हैं तो नीति कार्यान्वयन की गति व पैमाने को बढ़ावा मिलता है, जिससे सरकारी क्षेत्र के बाहर भी रोजगार को बढ़ावा मिलता है, नए रोजगार ढांचे की स्थापना होती है।
जीडीपी वृद्धि और उत्पादन एवं निर्यात में उछाल के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने आधुनिक बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व निवेश का उल्लेख किया। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा, जैविक खेती, रक्षा, पर्यटन जैसे क्षेत्रों के बारे में बात की, जो नई जीवंतता दिखा रहे हैं। हमारा आत्मनिर्भर अभियान मोबाइल फोन से लेकर एयरक्राफ्ट कैरियर तक कोरोना वैक्सीन से लेकर फाइटर जेट तक के क्षेत्रों में परिणाम दिखा रहा है। उन्होंने कहा- युवाओं के लिए नए अवसर सामने आ रहे हैं। देश व नवनियुक्तों के जीवन में 25 वर्षों के अमृतकाल के महत्व को दोहराते टीम वर्क को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को भी कहा हैं।
भोपाल में रोजगार मेले में केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि पीएम मोदी की कार्यकुशलता के कारण ही रोजगार मेलों के माध्यम से युवाओं को जाब मिलना संभव हो पा रहा है। प्रधानमंत्री ने किले से कहा था कि एक साल में 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे, यह वादा पूरा हो रहा है। तोमर ने कहा कि भारत युवा देश है और जब बड़ी संख्या में युवा होंगे तो रोजगार व हर हाथ को क की आवश्यकता होना स्वाभाविक है। रोजगार की दिशा में सरकारी नौकरी तो एक साधन है, इसके अलावा निजी उद्यमों को बढ़ावा, स्वरोजगार, स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन जैसे अन्य साधनों की समग्रता के साथ जब काम होता है, तभी आवश्यकता की पूर्ति होती है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत सरकार इसी तरह के विभिन्न आयामों पर काम कर रही है। 2014 से पहले देश में गिनती के स्टार्टअप ही हुआ करते थे।
स्टार्टअप द्वारा रोजगार की पूर्ति होती रहे और ये रोजगार देने की स्थिति में आएं, इसलिए पिछले नौ वर्षों में इन्हें प्रोत्साहित किया गया और आज देश में लगभग 90 हजार स्टार्टअप काम कर रहे हैं। इसी तरह हमारे आसपास अधोसंचरनाओं का विकास हो रहा है, उनसे भी रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। निजी क्षेत्रों में ही सही, रोजगार के अवसर खुल रहे हैं, जिससे अर्थव्यवस्था को भी बल मिल रहा है। आने वाले कल में देश के हर व्यक्ति को रोजगार-स्वरोजगार उपलब्ध हो सकें, इसके लिए मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया जैसे रोजगार सृजित करने वाले कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जब पहली बार प्रधानमंत्री मोदी ने इनके बारे में कहा तो लोगों को लगता था कि ये नारे हैं, लेकिन आप इनकी वेबसाइट्स पर जाकर देखेंगे तो पता चलेगा कि इनके जरिये देश में बड़ी संख्या में बेरोजगारी का समाधान हो रहा है। देश की आजादी के 75 वर्षों में हमने काफी कुछ खोया भी है व पाया भी है।
एक समय था, जब भारत कुछ भी बोले तो लोग इसे मजाक में लेते थे। गत 9 वर्षों में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में छोटी-छोटी गैप्स को पाटने का काम हुआ है, आज यह स्थिति है कि भारत कोई संकल्प लेता है तो दुनिया उसका समर्थन करती है, बड़े देश भी समर्थन में खड़े रहते हैं। हम कहें कि 2047 में भारत विकसित बनेगा तो दुनिया में कोई अविश्वास नहीं करेगा। युवा पीढ़ी का कर्तव्य है कि नौकरी के साथ दायित्व ठीक से पूरे करें। देश के प्रति जिम्मेदारी पूरी करेंगे तो 2047 में विकसित हिंदुस्तान के नागरिक होंगे। भोपाल में मेले के दौरान म.प्र. के उच्च शिक्षा मंत्री श्री मोहन यादव, भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय व डाक सेवाएं (मुख्यालय) के निदेशक पवन कुमार डालमिया आदि उपस्थित थे।