नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के धर्मसाल के बाजीमल इलाके में बुधवार शुरू हुई मुठभेड़ गुरुवार उस समय तक चली जब तक सुरक्षा बलों ने दोनों आतंकवादियों को मार नहीं गिराया। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त बलों ने आतंकियों के खिलाफ ज्वाइंट ऑप्रेशन चलाया था। इस मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए हैं। चार जवान बुधवार को शहीद हुए थे जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल था और उसका गुरुवार को शहीद हो गए।
जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ में नैनीताल के संजय बिष्ट भी शहीद हो गए। संजय बिष्ट 19 कुमाऊं 9 पैरा में तैनात थे, वे जम्मू-कश्मीर में बुधवार शाम से राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान वो घायल हुए थे। गुरुवार को सुरक्षा बलों ने इलाके में छिपे दोनों आतंकियों को मार गिराया। मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। इससे कुछ देर पहले मुठभेड़ में लश्कर का आतंकी कमांडर कारी मारा गया है। कारी डांगरी और कांडी आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है।
फिलहाल इलाके में सेना का सर्च अभियान जारी है। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में मारे गए एक आतंकी की पहचान लश्कर-ए-तैयबा उच्च पदस्थ आतंकवादी नेता के रूप में हुई है। वह पिछले एक साल से अपने ग्रुप के साथ राजौरी-पुंछ में सक्रिय था। उसे डांगरी और कंडी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जाता है। उसे क्षेत्र में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए भेजा गया था। वह आईईडी में विशेषज्ञ है, गुफाओं से छिपकर काम करता था और एक प्रशिक्षित स्नाइपर था। सूत्रों ने कहा कि इलाके में आतंकवादियों के एक समूह की आवाजाही के बारे में इनपुट मिलने के बाद विशेष बलों सहित सैनिकों को इलाके में तैनात किया गया है।