Amit Shah High level Meeting on J&K: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज रविवार 16 जून को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। गृह मंत्री जम्मू कश्मीर में हुए हालिया आतंकी हमलों के मद्देनजर सुरक्षा की समीक्षा की। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की भी जानकारी ली।
उच्च स्तरीय बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के लेफ्टीनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख के लिए नामित हो चुके लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक आरआर स्वैन सहित अन्य सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में कई मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में हाल के आतंकवादी हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा की सुरक्षित और व्यवस्थित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर गृह मंत्री ने जानकारी ली। बैठक में अधिकारियों ने अमित शाह को जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थितियों और आतंकवादी हमलों का जवाब देने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में जानकारी दी।
बीते हफ्ते जम्मू-कश्मीर में चार आतंकी हमले
बीते हफ्ते जम्मू कश्मीर में चार आतंकी हमले हुए थे। आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में हमला किया, जिसमें नौ तीर्थयात्रियों की मौत हुई और एक सीआरपीएफ जवान शहीद हो गया। इसके साथ सात सुरक्षाकर्मी और कई अन्य लोग घायल भी हो गए। कठुआ जिले में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया। दोनों आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।
29 जून से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा
अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगी। पिछले साल, 4.28 लाख से अधिक लोगों ने अमरनाथ यात्रा की थी। इस बार श्रद्धालुओं का आंकड़ा पांच लाख तक जा सकता है। सभी तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी कार्ड दिए जाएंगे ताकि उनके वास्तविक समय के स्थान का पता लगाया जा सके।
अमरनाथ यात्रा करने वाले सभी श्रद्धालुओं का होगा बीमा
अमरनाथ यात्रा करने वाले सभी श्रद्धालुओं को 5 लाख रुपए का बीमा कवर दिया जाएगा। तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले प्रत्येक जानवर के लिए 50,000 रुपए का बीमा कवर भी होगा। शाह अपने इस दौरे के अमरनाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन से आधार शिविर तक के मार्ग पर सुचारू व्यवस्था प्रदान करने की पहल कर सकते हैं।