श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में सीमा सड़क संगठन (BRO) ने हाल ही में वाहनों के पहले जत्थे के पवित्र अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के साथ एक इतिहास रचा है। BRO को अमरनाथ गुफा मार्गों पर सड़क चौड़ीकरण का काम सौंपा गया था। संगठन ने इस कठिन कार्य के पूरा होने की घोषणा की हैं। BRO ने एक्स पर एक पोस्ट में घोषणा की ‘‘प्रोजेक्ट बीकन अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) ट्रैक की बहाली और सुधार में शामिल है। सीमा सड़क कर्मियों ने कठिन कार्य पूरा किया और वाहनों के पहले जत्थे के पवित्र गुफा तक पहुंचने के साथ इतिहास रचा।‘’
BRO के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने डुमैल (गांदरबल जिले में) से बालटाल आधार शिविर से अमरनाथ गुफा तक एक ट्रक और छोटे पिकअप वाहनों का इस्तेमाल अमरनाथ (Amarnath) की पवित्र गुफा के पास चल रहे काम के लिए किया। उन्होंने कहा, कि ‘गाड़ियाें में गुफा पर हमें बहुत सारा सामान ले जाना था। हमें बहुत सारे स्थायी काम करने थे।‘’उन्होंने कहा, कि BRO के लिए एक बड़ी उपलब्धि रही है, क्योंकि बहुत ही कम समय में हम वहां पहुंच गए। हमारा लक्ष्य हिमपात से पहले वहां पहुंचना था।‘’ अधिकारी ने कहा कि अभी, संगम आधार से गुफा तक और संगम टॉप रोड से बालटाल होते हुए लगभग 13 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण किया गया है। अमरनाथ (Amarnath) तक सड़क बनने से तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा का समय कम हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि दक्षिण कश्मीर में श्री अमरनाथ जी की गुफा समुद्र तल से लगभग 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यह यात्रा हिंदूुओं के लिए एक पवित्र तीर्थयात्रा के रूप में अत्यधिक महत्व रखती है। हर साल, हजारों श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) में भाग लेते हैं। इस साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना की हैं। गुफा तक पहुंचने के लिए दो मार्ग है, जिनमें अनंतनाग जिले में पहलगाम (Pahalgam) और गांदरबल जिले में बालटाल है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस वर्ष अप्रैल में श्री अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पहलगाम (Pahalgam) से पवित्र अमरनाथ गुफा तक 110 किलोमीटर लंबा अमरनाथ मार्ग लगभग 5300 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जाने की घोषणा की थी।