सांबा। जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी और बारिश ने किसानों के लिए उम्मीद की नई किरण जगा दी है। लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे किसानों के चेहरों पर खुशी साफ तौर पर देखी जा रही है। किसानों का कहना है कि यह बारिश भले ही देर से हुई हो लेकिन उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। बारिश से न केवल मिट्टी में नमी आई है, बल्कि इससे गेहूं की फसल की बुआई के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन गई हैं। इसके अलावा सरसों और सब्जियों की फसल पर भी इस बारिश का सकारात्मक असर पड़ेगा।
किसान वरिंदर शर्मा ने बताया, ‘इस बारिश से मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी और फसलें बेहतर होगी। मौसम का यह बदलाव हमारी मेहनत का फल देने में मदद करेगा। कुल मिलाकर यह बारिश किसानों के लिए राहत लेकर आई है और आने वाले दिनों में फसल उत्पादन में वृद्धि देखने को मिलेगी। मेरा मानना है कि ऐसे समय में फसलों के लिए किसानों को पानी की जरूरत थी। इस बारिश के बाद हम किसान लोग
फसल के लिए खाद का इस्तेमाल करेंगे। मुझे उम्मीद है कि हम लोगों की मेहनत रंग लाएगी और फसलों का अच्छा उत्पादन होगा। ऐसी एक दो बारिश की और जरूरत है, जिससे फसल और बेहत होगी। वहीं किसान संदीप शर्मा ने बताया कि हम बारिश का इंतजार कर रहे थे। बारिश आने से किसान भाइयों के चेहरे पर खुशी आ गई है। सरसों और सब्जियों की फसल के साथ गेहूं के फसल के लिए पानी खाद की तरह होते है। हम उम्मीद करते है कि बारिश समय-समय पर होती रहे।
दरअसल जम्मू कश्मीर के श्रीनगर के अलावा गांदरबल, अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां और पुलवामा जिलों के मैदानी इलाकों में भी मौसम की पहली बर्फबारी दर्ज की गई। वहीं जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बर्फ हटाने के प्रयास जारी हैं।