जम्मू: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू विश्वविद्यालय में चांसलर ट्रॉफी का उद्घाटन किया। इस तीन दिवसीय मेगा खेल आयोजन ‘सौहार्ड’ में विभिन्न विश्वविद्यालयों के 550 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। उपराज्यपाल ने उच्च शिक्षा संस्थानों से खेल को एक मुख्य विषय के रूप में बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि खेल शारीरिक-भावनात्मक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने, सीखने की क्षमता बढ़ाने और चरित्र निर्माण में मदद करने का एक शक्तिशाली माध्यम है।
उपराज्यपाल ने कहा कि खेल मन और शरीर दोनों का पोषण करते हैं और छात्रों को विषयों में अच्छी तरह गोल करने में सक्षम बनाते हैं। एक व्यक्ति के दिमाग पर खेल के प्रभाव पर विभिन्न रिपोर्टों और अध्ययनों का हवाला देते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि शोधकर्त्ताओं ने खेल को मस्तिष्क के लिए एक चमत्कार माना है। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि खेल हमारे पाठ्यक्र म का हिस्सा होना चाहिए।
युवाओं के समग्र विकास के लिए की गई पहल पर प्रकाश डालते हुए उपराज्यपाल ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति छात्रों को उनके सपनों को हकीकत में बदलने के लिए एक प्रगतिशील पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रही है। उपराज्यपाल ने कहा कि फिट इंडिया, खेलो इंडिया, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, स्टार्ट-अप अवसरों के लिए प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण, भारत के भविष्य के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे गुरु कुलों ने सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन को सक्षम करने के लिए खेल को एक उपकरण के रूप में उपयोग करने पर जोर दिया था।
उपराज्यपाल ने युवाओं को उन प्रमुख हिस्तयों के नक्शेकदम पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया जिन्होंने शिक्षा और खेल दोनों में उत्कृष्टता हासिल की। वहीं उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर ने खिलाड़ियों को सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने और जम्मू-कश्मीर को एक खेल शक्ति बनाने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराया। इस अवसर पर जम्मू विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो.उमेश राय ने कहा कि जी -20 समूह के देशों के प्री-शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाले भागीदारों में से एक होने के नाते जम्मू विश्वविद्यालय ने चांसलर ट्रॉफी2023 के लिए एक अंतर-विश्वविद्यालय खेल प्रतियोगिता आयोजित करने की पहल की है।
उन्होंने कहा कि आगामी शैक्षणिक सत्र से छात्र यूजीसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक साथ दो शैक्षणकि कार्यक्र म कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिभागी विभिन्न खेल विधाओं जैसे बास्केटबॉल, क्रि केट, कबड्डी, वॉलीबाल और टेबल टेनिस में प्रतिस्पर्धा करेंगे। इस अवसर पर विभिन्न विश्वविद्यालयों के उपकुलपति, एचओडी, संकाय सदस्य और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।