जम्मू: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कन्वेंशन सैंटर में इंडिया ऑन जी20 पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया। सम्मेलन का आयोजन आईआईएम जम्मू, आईआईटी जम्मू, एम्स जम्मू द्वारा दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डीआईसीसीआई) के सहयोग से एक समावेशी और टिकाऊ समाज बनाने के लिए प्राथमिकताओं और आगे बढ़ने के तरीके पर विचार-विमर्श करने के लिए किया गया था। सभा को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि मानवता की आकांक्षाओं को केवल शांति की स्थिति में ही पूरा किया जा सकता है।
उपराज्यपाल ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान हरित, त्वरित, समावेशी और सतत विकास सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं और दुनिया हमें कोविड, जलवायु परिवर्तन और संघर्ष की चुनौतियों से निपटने की आशा के साथ देख रही है। उपराज्यपाल ने वैश्विक समृद्धि और सभी के लिए जीवन की बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विकासात्मक गतिविधियों और पर्यावरण संरक्षण के बीच तालमेल पर जोर दिया। उन्होंने आगे कहा कि पारिस्थितिक सुरक्षा से आर्थिक सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और हमारी सामाजिक विकास पहलों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत जलवायु भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण और रचनात्मक भूमिका निभाएगा और अनुकूलन और पर्यावरण प्रबंधन प्रणालियों के लिए कार्य योजना को आकार देगा।
उन्होंने कहा कि भारत पर्यावरण की दृष्टि से सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में दुनिया का मार्गदर्शन करेगा। उपराज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने समतामूलक विकास के लिए दुनिया को एक नया सामाजिक मॉडल दिया है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया और डिजीटल इंडिया ने तीव्र और सतत विकास के लिए एक मजबूत ढांचा प्रदान किया है। उपराज्यपाल ने मानवता के लिए भविष्य के समाधान प्रदान करने के लिए आईआईएम, आईआईटी और एम्स जैसे प्रमुख संस्थानों और युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया। उन्होंने डिजीटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान और देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि जी20 दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करता है, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत हिस्सा है। मुझे विश्वास है कि भारत की जी20 अध्यक्षता वैश्विक संबंधों को नई गति देगी और एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना को मजबूत करेगी। इस दौरान मुख्य सचिव डा.अरु ण कुमार मेहता ने भी अपने विचार साझा किए और भारत के जी20 लक्ष्यों को पूरा करने के प्रयासों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर डा. मिलिंद कांबले अध्यक्ष बीओजी आईआईएम जम्मू, डा. शरद सराफ अध्यक्ष बीओजी आईआईटी जम्मू, प्रोफेसर वाईके गुप्ता अध्यक्ष एम्स जम्मू, प्रोफैसर बीएस सहाय निदेशक आईआईएम जम्मू, प्रोफैसर शक्ति गुप्ता कार्यकारी निदेशक एम्स जम्मू, प्रो. मनोज सिंह गौर निदेशक आईआईटी जम्मू और देश भर के प्रतिनिधियों के अलावा प्रमुख नागरिक और छात्र उपस्थित थे।